अकाउंट में पड़े रह गये 13.50 करोड़ रुपये, पंचायतों में विकास की 473 योजनाएं नहीं हो सकीं पूरी, पढ़िए क्या है पूरा मामला
देवघर : पंचायतीराज का दूसरा कार्यकाल भी खत्म होनेवाला है. ग्राम पंचायतों में मुखिया का कार्यकाल एक माह के अंदर समाप्त हो जायेगा, लेकिन अब तक 14 वें वित्त आयोग के 13.50 करोड़ रुपये खर्च नहीं हो सके हैं. विकास योजनाओं की यह राशि जिले की ग्राम पंचायतों में पड़ी हुई है. इस राशि को ग्राम पंचायतों में सड़क, नाला, स्वच्छता एवं लाइट पर खर्च करना था.
देवघर : पंचायतीराज का दूसरा कार्यकाल भी खत्म होनेवाला है. ग्राम पंचायतों में मुखिया का कार्यकाल एक माह के अंदर समाप्त हो जायेगा, लेकिन अब तक 14 वें वित्त आयोग के 13.50 करोड़ रुपये खर्च नहीं हो सके हैं. विकास योजनाओं की यह राशि जिले की ग्राम पंचायतों में पड़ी हुई है. इस राशि को ग्राम पंचायतों में सड़क, नाला, स्वच्छता एवं लाइट पर खर्च करना था.
चालू वित्त वर्ष में देवघर जिले में 35 करोड़ रुपये 14वें वित्त आयोग से ग्राम पंचायतों को मिले थे. इनमें 22 करोड़ रुपये विभिन्न विकास योजनाओं में खर्च कर दिये गये, लेकिन करीब 13.50 करोड़ पड़े रह गये हैं. माह भर में पैसे खर्च नहीं हुए, तो यह राशि सरेंडर हो जायेगी. पूरे जिले में इतनी बड़ी रकम के खर्च नहीं होने से करीब 473 योजनाएं पेंडिंग रह जायेंगी.
जानकारी के अनुसार लंबित राशि को खर्च करने के लिए कई बार पंचायतीराज विभाग से संबंधित पंचायतों के मुखिया व पंचायत सचिव को नोटिस भी भेजा गया था. इसके बावजूद योजनाओं का काम नहीं हो पाया. मिली जानकारी के अनुसार सबसे अधिक राशि पालोजोरी प्रखंड में पड़ी रह गयी है. यहां 2.38 करोड़ की राशि खर्च नहीं हो सकी. करीब दो करोड़ की राशि मोहनपुर प्रखंड में पड़ी रह गयी. देवघर प्रखंड में एक करोड़ की राशि अब तक खर्च नहीं हो पायी है.
Also Read: गढ़वा में ट्रक-मोटरसाइकिल में सीधी टक्कर, दो युवकों की मौत, एक घायल
किस प्रखंड में कितनी राशि बची रह गयी
प्रखंड राशि
देवघर 01 करोड़
मोहनपुर 02 करोड़
सारवां 1.24 करोड़
सोनारायठाड़ी 1.86 करोड़
देवीपुर 99 लाख
मधुपुर 1.77 करोड़
मारगोमुंडा 22 लाख
करौं 53 लाख
सारठ 1. 40 करोड़
पालोजोरी2.38 करोड़
Posted By : Guru Swarup Mishra