सारवां सीएचसी में जन्म लेनेवाले नवजात को सौंप था दूसरे दंपती को
देवघर : सारवां सीएचसी में 12 नवंबर को विशनपुर निवासी संजय सिंह की पत्नी सपना देवी ने नवजात बच्ची को जन्म दिया था. आरोप है कि इसके बाद वहां के डॉक्टर व कर्मियों के सहयोग से एक कागज बनाकर उक्त नवजात बच्ची को आनंदी रवानी की पत्नी दीपा देवी को सौंप दी गयी थी. गुरुवार […]
देवघर : सारवां सीएचसी में 12 नवंबर को विशनपुर निवासी संजय सिंह की पत्नी सपना देवी ने नवजात बच्ची को जन्म दिया था. आरोप है कि इसके बाद वहां के डॉक्टर व कर्मियों के सहयोग से एक कागज बनाकर उक्त नवजात बच्ची को आनंदी रवानी की पत्नी दीपा देवी को सौंप दी गयी थी. गुरुवार को सपना की नवजात बच्ची के बेचे जाने की खबर देवघर चाइल्ड लाइन टीम को कहीं से मिली. इसके बाद हलचल मच गया.
बातचीत का ऑडियो वायरल : इस बीच बाल कल्याण समिति के एक सदस्य ने सारवां सीएचसी प्रभारी को कॉल कर इस संबंध में पूछताछ की. बाल कल्याण समिति के उक्त सदस्य व सीएचसी प्रभारी के साथ हुई बातचीत का उक्त ऑडियो वायरल भी हुआ. हालांकि प्रभात खबर वायरल ऑडियो के सत्यता की पुष्टि नहीं करती है.
किंतु उक्त वायरल ऑडियो में बातचीत के क्रम में कहा गया है कि नवजात को जन्म देने वाली महिला को पूर्व से तीन बच्ची है. ऐसे में वह नवजात बच्ची को रखने में असमर्थता जाहिर कर रही थी. उनलोगों को प्रावधान की जानकारी नहीं थी. इसलिये उक्त नवजात लालन-पालन के लिये एक लिखित बनाकर दूसरे दंपती को दिलाया गया. सीएचसी प्रभारी को बाल कल्याण समिति सदस्य से बात होने के बाद आनन-फानन में नवजात बच्ची को रखने वाले दंपती को बुलाया गया.
इसके बाद जन्म देने वाली मां को बुलाकर जन प्रतिनिधियों की मौजूदगी में नवजात उसे सौंप दिया गया. नवजात सौंपे जाने संबंधी फोटो भी कुछ वाट्सअप ग्रुप में भी वायरल हुआ है. हालांकि नवजात देने व लेने वाले खरीद-बिक्री की बात से इनकार कर रहे हैं. अगर नवजात को सहमति से ही दूसरे दंपती को लालन-पालन के लिये दिया गया था तो वह भी नियम विरुद्ध था, जो जांच का विषय है.