कोहरे के कारण छह ट्रेनें रद्द, लुढ़कते पारे के साथ बढ़ी कनकनी, अलाव बना सहारा

जसीडीह : बढ़ती ठंड व घने कोहरे के कारण हावड़ा-नयी दिल्ली मुख्य रेल लाइन के जसीडीह स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेन के परिचालन पर असर पड़ना शुरू हो गया है. इस कारण शनिवार को अप व डाउन लाइन की कई ट्रेनें रद्द रहीं. कई ट्रेनें घंटो विलंब से चलीं. इससे रेल यात्रियों को काफी परेशानी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2019 8:52 AM

जसीडीह : बढ़ती ठंड व घने कोहरे के कारण हावड़ा-नयी दिल्ली मुख्य रेल लाइन के जसीडीह स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेन के परिचालन पर असर पड़ना शुरू हो गया है. इस कारण शनिवार को अप व डाउन लाइन की कई ट्रेनें रद्द रहीं. कई ट्रेनें घंटो विलंब से चलीं. इससे रेल यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

यात्रियों को घंटो प्लेटफाॅर्म पर बैठ कर अपनी अपनी ट्रेनों की प्रतीक्षा करनी पड़ी. रेल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को डाउन की 13008 तूफान एक्सप्रेस, 12370 हरिद्वार-हावड़ा कुंभ एक्सप्रेस, 11106 झांसी-कोलकाता एक्सप्रेस, 13006 पंजाब मेल, तथा अप की 13007 तूफान , 13005 पंजाब मेल एक्सप्रेस, 12369 हावड़ा-हरिद्रार एक्सप्रेस ट्रेन को रद्द कर दिया गया. जबकि डाउन व अप की कई ट्रेनें घंटों विलंब से चली.
विलंब से चलने वाली डाउन की ट्रेनें- 12306 नयी दिल्ली-कोलकाता राजधानी एक्सप्रेस छह घंटे, 12334 विभूति एक्सप्रेस दो घंटे, 13022 रक्सौल-हावड़ा मिथिला एक्सप्रेस दो घंटे, 12318 अकालतख्त एक्सप्रेस दो घंटे, 63568 झाझा-आसनसोल पैसेंजर एक घंटे, 13288 साउथबिहार एक्सप्रेस एक घंटे, 12360 पटना-कोलकाता एक्सप्रेस एक घंटे विलंब से चली. वहीं अप की ट्रेन 12387 साउथबिहार एक्सप्रेस डेढ़ घंटे, 63567 आसनसोल-झाझा पैसेंजर एक घंटे, 53049 हावड़ा-मोकामा पैसेंजर डेढ़ घंटे विलंब से चली.
ठंड में सर्दी, खांसी व पेट दर्द के बढ़े मरीज
देवघर : बीते कुछ दिनों से अचानक सुबह-शाम व रात का तापमान बदल जा रहा है. कुछ दिनों से क्षेत्र में काफी ठंड का मौसम है. इसका सीधा असर व्यक्ति के स्वास्थ्य पर पड़ता है. इस कारण आज सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. जिसमें सबसे अधिक मरीज सर्दी, जुकाम, खांसी व पेट दर्द के मरीज हैं.
लेकिन इसका असर सबसे अधिक बच्चों व बुजुर्गों पर ज्यादा पड़ रहा है. ऐसे में लगभग हर घर से कोई न कोई सदस्य को स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो रही है. वहीं कुछ लोगों को नाक-कान व गले से संबंधित इंफेक्शन, एलर्जी जैसी समस्या हो रही है. जिससे प्रतिदिन सरकारी अस्पताल तथा निजी अस्पतालों में आंकड़ा बढ़ाता रहा है. प्रतिदिन सदर अस्पताल में लगभग 80 मारीज सर्दी, खांसी, बुखार ओर पेट दर्द से पीड़ित होते हैं.
यदि सरकारी अस्पताल को अन्य सीएचसी व निजी अस्पतालों में भी मरीजों की आंकड़ा निकाला जाये तो यह मरीज लगभग एक हजार से ऊपर हो जायेगा. ऐसे में अस्पताल में पर्चा बनवाने के काउंटर से लेकर ओपीडी, इमजेंसी और दवा वितरण केन्द्र पर हर जगह मरीजों की लाइन लगी रहती है.
ठंड में कैसे करें बचाव
उबाल कर पानी पीयें, गरम कपड़े का प्रयोग करें, बासी भोजन ना करें, ठंड के कारण वायरल इंफेक्शन हो सकता है, इससे इंफेक्शन गले में खराश व खांसी की शिकायत होती है. इन कारणों से लोगों को सर्दी- खांसी व वायरल बुखार हो सकता है. एलर्जी और वायरल से सबसे ज्यादा बच्चे पीड़ित होते हैं. ऐसे में तुरंत डॉक्टर की सलाह लें ओर दवाई शुरू कर दें.

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