देवघर से कटिहार व पूर्णिया तक फैला है बालू माफिया का सिंडिकेट
देवघर : नदियों से बालू उठाव के एक तरफ खनन विभाग बालू घाटों की बंदोबस्ती कर रहा है, वहीं दूरी तरफ बालू माफिया देवघर की नदियों से बालू को बिहार के कई जिले में तस्करी कर रहे हैं. देवघर के नदियों से अवैध बालू के कारोबार का खुलासा मंगलवार की रात खनन विभाग की हुई […]
देवघर : नदियों से बालू उठाव के एक तरफ खनन विभाग बालू घाटों की बंदोबस्ती कर रहा है, वहीं दूरी तरफ बालू माफिया देवघर की नदियों से बालू को बिहार के कई जिले में तस्करी कर रहे हैं. देवघर के नदियों से अवैध बालू के कारोबार का खुलासा मंगलवार की रात खनन विभाग की हुई छापेमारी व दर्ज एफआइआर में हो चुका है.
देवघर में बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से हो रहा है. देवघर के अजय व पतरो नदी का बालू बिहार के भागलपुर, कटिहार व पूर्णिया तक भेजा जा रहा है. बालू माफिया का सिंडिकेट देवघर के नदी घाटों से लेकर कटिहार व पूर्णिया तक फैला है. सुबह से ट्रैक्टर पर बालू की अवैध ढुलाई शुरू हो जाती है.
अवैध बालू को रिखिया व मोहनपुर थाना क्षेत्र के अलग-अलग तीन स्थानों पर अवैध रूप से डंप किया जाता है, ताकि तेजी से बिहार की सीमा में बालू को पार किया जाये. रिखिया थाना क्षेत्र के आमगाछी, चौफाल व रांगामोदीचक के समीप बालू को डंप किया जाता है. बालू डंप करने का यह खेल सूर्योदय से पहले सुबह पांच बजे तक कर लिया जाता है.
उसके बाद रात के अंधेरे में डंप स्थल से जेसीबी से ट्रक पर बालू लोड कर बिहार भेजा जाता है. ट्रक में बालू लोड रात 12 बजे तक कर पूरे त्रेपाल से ढक दिया जाता है व रात एक बजे से ट्रकों को मोहनपुर, सरैयाहाट, हंसडीहा समेत बिहार इलाके में पड़ने वाले थानों से ट्रकों को सिंडिकेट के सदस्य पास करवाते हैं व सीधे भागलपुर के गंगा पुल से कटिहार व पूर्णिया भेज दिया जाता है.
देवघर से आखिर कैसे सैकड़ों किमी तक वाहनों से पास हो रहे बालू
देवघर के नदी घाटों से बालू उठाव के बाद अवैध डंपिंग कर बिहार तक हो रही तस्करी के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं. देवघर से बिहार तक बालू ले जाने के लिए माफिया को कई थाना क्षेत्रों से गाड़ी पास करानी पड़ती होगी, फिर यह कैसे मुमकिन है कि यह कारोबार बिना किसी सांठ गांठ से चलता होगा. कहीं न कहीं इस गोरखधंधे के पीछे कुछ सफेदपोश, वर्दीधारी व प्रशासन के कुछ पदाधिकारियों की मिलीभगत रही होगी.
चार बालू कारोबारियों की तलाश में पुलिस की छापेमारी
मुख्यमंत्री जनसंवाद में शिकायत के बाद डीएमओ राजेश कुमार व रिखिया थाना की पुलिस की छापेमारी में आमगाछी बाबूबांध के समीप पाये गये अवैध बालू के मामले में आमगाछी गांव के पिंकू यादव, बंधा के महेश साव, विवेक यादव समेत चार लोगों पर एफआइआर दर्ज हुआ है.
गुरुवार को उक्त लोगों की तलाश में रिखिया थाना के एएसआइ रामजीवन सिंह ने छापेमारी की. पुलिस को इस सिंडिकेट के संचालक विवेक यादव के ठिकाने का पता चल गया है. पुलिस को पता चला है कि विवेक ही बालू घाट से बालू उठाव के बाद ट्रकों की सेटिंग करता है, जबकि पिंकु यादव अपने जेसीबी से ट्रकों में बालू लोड करवाता है. छापेमारी में कोई हाथ नहीं आया है. पुलिस सभी को गिरफ्त में लेने की तैयारी में है.
चांदडीह व खिरौंदा घाट से अधिक उठ रहा बालू
कुंडा थाना क्षेत्र से गुजरने वाली अजय नदी के चांदडीह व खिरौंदा घाट से बालू अधिक उठ रहा है. तेतरिया गांव के एक बालू माफिया इस रूट में चलने वाले ट्रैक्टरों के मालिक से सेटिंग कर चांदडीह व खिरौंदा घाट से बालू सुबह में निकालता है व सीधे रिखिया व मोहनपुर थाना क्षेत्र में डंप करवाता है.
इस दौरान बालू माफिया बालू की ढ़ुलाई व पासिंग में सुबह तीन बजे से ही सक्रिया हो जाता है. डंप स्थल तक बालू गिराने के बाद रात दस बजे से ट्रकें लगना शुरू हो जाती है. डंप बालू स्थल से प्रतिदिन चार ट्रक बालू की तस्करी बिहार तक हो रहा है. प्रति ट्रक बालू 30 हजार रुपये में बिहार भेजा जा रहा है.