देवघर में 14 साइबर क्रिमिनल गिरफ्तार, अलग- अलग तरीके से करते थे ठगी, पूछताछ में पुलिस को मिली कई अहम जानकारी

Jharkhand Cyber Crime News (देवघर) : झारखंड के देवघर एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा के निर्देश पर साइबर थाने की पुलिस ने सारठ थाना क्षेत्र के जमुआसोल सहित पालोजोरी थाना क्षेत्र के लटझरी व बसहा और पथरडा ओपी क्षेत्र के गोबरशाला व दुधवाजोरी गांव में छापेमारी की. इस दौरान 14 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल के पास से 23 मोबाइल सहित 37 सिम कार्ड, 9 पासबुक, 4 चेकबुक व 11 एटीएम कार्ड बरामद किया है. इस बात की जानकारी एसपी श्री सिन्हा ने पत्रकारों को दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2021 6:29 PM
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Jharkhand Cyber Crime News (आशीष कुंदन, देवघर) : झारखंड के देवघर एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा के निर्देश पर साइबर थाने की पुलिस ने सारठ थाना क्षेत्र के जमुआसोल सहित पालोजोरी थाना क्षेत्र के लटझरी व बसहा और पथरडा ओपी क्षेत्र के गोबरशाला व दुधवाजोरी गांव में छापेमारी की. इस दौरान 14 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल के पास से 23 मोबाइल सहित 37 सिम कार्ड, 9 पासबुक, 4 चेकबुक व 11 एटीएम कार्ड बरामद किया है. इस बात की जानकारी एसपी श्री सिन्हा ने पत्रकारों को दिया.

साइबर क्रिमिनल कैसे करते हैं ठगी

एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने जानकारी देते हुए कहा कि साइबर क्रिमिनल अलग-अलग तरीके से झांसे देकर लोगों की गाढ़ी कमाई उड़ा ले रहे हैं. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि विभिन्न बैंकों के अधिकारी बनकर लोगों को कॉल कर वे लोग ठगी करते हैं. KYC Update का झांसा देकर बैंक की सारी जानकारी हासिल कर लोगों के खाते में रखे रकम को मिनटों में खाली कर देते हैं. फोन-पे, पेटीएम, मनी रिक्वेस्ट भेजकर झांसे से OTP लेने के बाद ठगी करते हैं.

इतना ही नहीं ये लोग गूगल सर्च इंजन पर विभिन्न इलेक्ट्रोनिक एप्प के साइट पर जाकर उसमें भी अपना मोबाइल नंबर को ग्राहक अधिकारी के नंबर की जगह डाल देते हैं. कोई ग्राहक उस नंबर को ग्राहक सेवा अधिकारी का नंबर समझ कर डायल करते हैं और झांसे में आकर सभी जानकारी आधार नंबर आदि साझा कर देते हैं. इसके बाद उन नंबरों के लिंक खाते को वे लोग मिनटों में साफ कर देते हैं.

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टीम व्यूवर, क्विक सपोर्ट जैसे रिमोट एक्सेस एप इंस्टॉल कराकर गूगल पर मोबाइल का पहला चार डिजिट नंबर सर्च करते हैं और खुद से छह डिजिट जोड़कर रेंडमली साइबर ठगी करते हैं. यूपीआइ वॉलेट से ठगी किये ग्राहकों को पुन: एकाउंट में रिफंड का झांसा देकर पीड़ित के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर में कुछ जोड़कर वर्चुअल फर्जी एकाउंट बनाने के बाद यूपीआइ पिन लॉगिन कराकर भी ठगी कर रहे हैं.

इन 14 साइबर क्रिमिनल की हुई गिरफ्तारी

एसपी ने बताया कि गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल में सारठ के जमुआसोल निवासी अविनाश रजवार, चंदन कुमार मंडल, पालोजोरी थाना क्षेत्र के लटझरी गांव निवासी राजेश मंडल, मुकेश मंडल, बसहा गांव निवासी अमित रजवार, गुड्डू रजवार, दो सगे भाई प्रदीप यादव व निरंजन यादव, पवन ठाकुर, पथरडा ओपी क्षेत्र के दुधवाजोरी गांव निवासी अनिल राणा, पंकज राणा, उत्तम राणा और गोबरशाला स्थित जीजा वासुदेव महरा के घर में रह रहा पाथरौल थाना क्षेत्र के बिल्ली गांव निवासी उमेश दास शामिल है.

हत्या का आरोपी रह चुका है मुकेश

एसपी ने बताया कि साइबर अपराध में लटझरी गांव से गिरफ्तार मुकेश मंडल हत्या का आरोपी रह चुका है. 14 अप्रैल 2019 को पालोजोरी थाने में दर्ज कांड संख्या 52/19 भादवि की धारा 302, 201, 34 में वह आरोपी है.

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पुलिस को मिले कई साक्ष्य

पुलिस को गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल के पास से बरामद मोबाइल में अपराध से सबंधित काफी साक्ष्य मिले हैं. वहीं, उनलोगों के बरामद पासबुक से संदिग्ध ट्रांजेक्शन के भी साक्ष्य पाये गये हैं. मामले को लेकर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करने की गयी है. कोविड जांच के बाद गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल को कोर्ट में पेश कराया जायेगा. फिर कोर्ट के निर्देश पर इन सभी को न्यायिक हिरासत में भेजा जायेगा. प्रेस वार्ता में साइबर डीएसपी नेहा बाला, प्रभारी देवघर एसडीपीओ सह मुख्यालय डीएसपी मंगल सिंह जामुदा, साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कलीम अंसारी, एसआइ प्रेम प्रदीप कुमार, एएसआई कुंदन कुमार सिंह भी मौजूद थे.

Posted By : Samir Ranjan.

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