वरीय संवाददाता, देवघर : साइबर अपराधियों ने ठगी करने का नया तरीका ढूंढ निकाला है. साइबर ठग अब पुलिस बनकर लोगों को किसी आपराधिक मामले में फंसाने की धमकी देकर ठगी करने लगे हें. लोगों को पहली नजर में विश्वास हो, इसके लिये साइबर ठग पुलिस वर्दी का भी इस्तेमाल करने लगे हैं. ऐसा ही घटना सारवां थाना क्षेत्र के पहरिया गांव निवासी ब्रजेश वर्मा के साथ हुई. ब्रजेश को एक अनजान नंबर से वीडियो काॅल आया. काॅल रिसिव करने पर सामने वाला व्यक्ति पुलिस वर्दी में नजर आया. खुद को दिल्ली के बसंत कुंज थाना का अधिकारी बताते हुए अनजान व्यक्ति ने पीड़ित से रौबदार अंदाज में बात की. उसने ब्रजेश को धमकाते हुए कहा कि उसके नाम से कई पासपोर्ट व एटीएम का संचालन किया जा रहा है. साथ ही उसका नाम ड्रग्स माफिया में आया है. यह सुनते ही ब्रजेश डर गया. उसे कुछ समझ में आता, तब तक कॉल करने वाले पुलिस वर्दी वाले ने बचने के लिए उससे पैसों की मांग की. झांसे में आकर ब्रजेश ने उसके द्वारा उपलब्ध कराये गये नंबर पर 14 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिया. बाद में ब्रजेश को ठगे जाने का एहसास हुआ, तब वह मामले की शिकायत देने साइबर थाना पहुंचा. साइबर थाने में आरोपित के मोबाइल नंबर के खिलाफ लिखित शिकायत देकर ब्रजेश ने कार्रवाई की मांग की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है