उच्चस्तरीय जांच कर एफआइआर करें : भोक्ता

देवघर : देवघर जिले में राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत 45 लाख में 13 आम पेड़ लगाने की खबर पर विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता ने संज्ञान लेते हुए इसकी उच्चस्तरीय जांच करने का आदेश दिये हैं. मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय कक्ष में विधानसभा अध्यक्ष ने प्रधान सचिव, कृषि विष्णु कुमार एवं कृषि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 24, 2014 3:21 AM

देवघर : देवघर जिले में राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत 45 लाख में 13 आम पेड़ लगाने की खबर पर विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता ने संज्ञान लेते हुए इसकी उच्चस्तरीय जांच करने का आदेश दिये हैं. मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय कक्ष में विधानसभा अध्यक्ष ने प्रधान सचिव, कृषि विष्णु कुमार एवं कृषि निदेशक केके साहू को बुलाकर बैठक की.

बैठक में श्री भोक्ता ने कहा कि देवघर व जामताड़ा जिला में राष्ट्रीय बागवानी मिशन में भारी अनियमितता हुई है. चूंकि इस योजना की आड़ में करोड़ों रुपये की हेरा-फेरी हुई है. इसलिए कृषि विभाग तत्काल एक उच्चस्तरीय टीम बनाकर दोनों जिलों में जांच करायें. इस योजना में शामिल एनजीओ की भी जांच जरूरी है. बैठक में विस अध्यक्ष श्री भोक्ता ने निर्देश दिया कि 30 सितंबर 2014 तक जांच कराकर इस संबंध में की गयी कार्रवाई की रिपोर्ट विधानसभा सचिवालय को दें. साथ ही दोषी व्यक्तियों पर एफआइआर की कार्रवाई करते हुए इस संबंध में उन्हें सूचित किया जाये.

बैठक में श्री भोक्ता ने प्रधान सचिव को बताया कि देवघर के जिन गांवों को नाम आया है उसकी तो जांच होनी चाहिए. इसके अलावा जामताड़ा जिले के गांवों में राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत काम हुआ है. दोनों जिले में इस योजना के तहत किया गया काम की सूची मंगा कर उचित जांच की जाये.

* क्या है मामला : राष्ट्रीय बागवानी मिशन में हुए इस घोटाले का उजागर प्रभात खबर ने किया था. इस संबंध में जसीडीह के आसपास के गांवों में इस योजना के तहत हुए आम का पौधरोपण व काजू की खेती के सच को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया. बता दें कि 45 लाख की लागत से 20 हजार आम के पेड़ लगाने का काम एक स्वयंसेवी संस्था को मिला था. लेकिन वर्तमान में धरातल में मात्र 13 पेड़ ही दिख रहे हैं. वहीं कागज पर ही 16 लाख की लागत से काजू की खेती शीर्षक से खबर को प्रकाशित किया गया था. इन दोनों मामले की उच्चस्तरीय जांच होने पर करोड़ों रुपये की घोटाले सामने आने की संभावना है.

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