गो शाला खोज रहा है गो सेवक

-अभी है 400 छोटी बड़ी सूखी गायें-120 हैं गो सेवक-प्रति गो सेवक 600 रुपये महीना देते हैं गोशाला को दानसंवाददाता, देवघरझौंसागढ़ी गोशाला समिति को गायों की सेवा करने में आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है. यह घाटे में चल रहा है. यहां दान दाताओं की संख्या कम है. गो सेवक खोजी जा रही है. इसलिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2014 12:28 PM

-अभी है 400 छोटी बड़ी सूखी गायें-120 हैं गो सेवक-प्रति गो सेवक 600 रुपये महीना देते हैं गोशाला को दानसंवाददाता, देवघरझौंसागढ़ी गोशाला समिति को गायों की सेवा करने में आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है. यह घाटे में चल रहा है. यहां दान दाताओं की संख्या कम है. गो सेवक खोजी जा रही है. इसलिए गो सेवक मिलने से गायों की सेवा बढ़-चढ़ कर होगी. इस संबंध में गौशाला समिति के उपाध्यक्ष ताराचंद जैन ने बताया कि गौशाला में वर्तमान समय में 400 छोटी-बड़ी गायें हैं, जो दूध नहीं देती है. इसमें 120 गायों को शहर के गौ भक्त गोद लिये हैं. शेष गायों का गौशाला समिति खर्च उठा रही है. गायों की सेवा में बढ़ोतरी करने के मकसद से गाय को गोद लेनेवालों की खोज की जा रही है. इसे गो सेवक के नाम से जाना जाता है. गो सेवक को प्रतिमाह गो सेवा के लिए समिति को 600 रुपये दान देना होता है. इससे गो की समुचित सेवा की जाती है. श्री जैन ने बताया कि गौशाला में बूढ़ी गायों की संख्या लगातार बढ़ रही है. जिला प्रशासन की ओर से भी वध करने से बचायी गयी गायों को गौशाला भेजी जाती है. इससे संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. धार्मिक नगरी होने से देवघर में गाय के भक्तों की संख्या काफी है. उनका सहयोग लेने की कोशिश की जा रही है.

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