अंधकार में डूबा मधुपुर स्टेशन
एफोटो संख्या-6कैप्सन- बिजली गूल होने के बाद अंधकार में डूबा मधुपुर स्टेशनमधुपुर. रेल प्रशासन के वरीय अधिकारी हमेशा यात्री सुरक्षा व सुविधा को सर्वोपरि होने का दावा करते हैं. लेकिन वास्तविकता इससे परे है. शाम ढलते ही मधुपुर प्लेटफॉर्म में अंधेरा पसर जाता है. बिजली गूल होने के बाद जेनरेटर चालू करने में 45 से […]
एफोटो संख्या-6कैप्सन- बिजली गूल होने के बाद अंधकार में डूबा मधुपुर स्टेशनमधुपुर. रेल प्रशासन के वरीय अधिकारी हमेशा यात्री सुरक्षा व सुविधा को सर्वोपरि होने का दावा करते हैं. लेकिन वास्तविकता इससे परे है. शाम ढलते ही मधुपुर प्लेटफॉर्म में अंधेरा पसर जाता है. बिजली गूल होने के बाद जेनरेटर चालू करने में 45 से 60 मिनट तक का विलंब होता है. इस दौरान अंधकार में यात्री जैसे-तैसे प्लेटफॉर्म में रहते हैं व ट्रेन से उतरते और चढ़ते हैं. बताया जाता है कि मधुपुर को शहर को विद्युत विभाग द्वारा दो भागों में बांट कर रोटेशन के आधार पर एक-एक घंटे बिजली आपूर्ति करती है. जिस कारण मधुपुर रेलवे स्टेशन पर भी बिजली लाइन हरेक घंटे कट जाती है. जैसे ही लाइन कटता है पूरा स्टेशन अंधेरा में डूब जाता है. विदित हो कि मधुपुर स्टेशन को ‘ए’ श्रेणी दर्जा प्राप्त है. सुरक्षा के मापदंड पर भी काफी संवेदनशील है. इसके बाद भी रेल प्रशासन की लापरवाही सामने आने से यात्रियों में नाराजगी है. इसके अलावा जगदीशपुर स्टेशन , मदनकट्टा व जोड़ामो हॉल्ट में भी यही नजारा है. क्या कहतें हैं स्टेशन प्रबंधकस्टेशन प्रबंधक केकेपी राय ने कहा कि मधुपुर स्टेशन में ऑटोमेटिक स्टार्ट होने वाला जेनेरेटर नहीं है. पिछले दिनों जेनेरेटर में भी खराबी हो गयी थी. जिसके कारण किराये पर जेनेरेटर लाकर बिजली व्यवस्था को सामान्य करने का प्रयास किया गया था. स्टेशन में लगातार बिजली मिले इसके लिए वे प्रयासरत है.