श्रीकृष्ण की लीला श्रवणीय है : सीताराम शास्त्री

फोटो दिनकर के फोल्डर में कथा के नाम से-बह रही है भक्ति की गंगा-श्रीकृष्ण की बाल लीला सुन गदगद हुए भक्त-आज होगा कथा का समापनसंवाददाता, देवघरभगवान श्रीकृष्ण की लीला सुनने लायक है. उनसे बहुत सीख प्राप्त होती है. उक्त बातें सीताराम शास्त्री ने कही. शास्त्री जी शहर के वार्ड नं 26 रामपुर-पुनसिया के पोद्दार टोला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 5, 2014 11:03 PM

फोटो दिनकर के फोल्डर में कथा के नाम से-बह रही है भक्ति की गंगा-श्रीकृष्ण की बाल लीला सुन गदगद हुए भक्त-आज होगा कथा का समापनसंवाददाता, देवघरभगवान श्रीकृष्ण की लीला सुनने लायक है. उनसे बहुत सीख प्राप्त होती है. उक्त बातें सीताराम शास्त्री ने कही. शास्त्री जी शहर के वार्ड नं 26 रामपुर-पुनसिया के पोद्दार टोला स्थित शिव मंदिर में आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने बाल लीला में ही ब्रह्म का बोध करा दिया था. उन्होंने बचपन में ही कालिया नाग वध, गोवर्द्धन पहाड़ को अंगुली पर उठाना, ऊंचे सीक से मक्खन उतारना कई असंभव चीजों को संभव कर दिखाया था. शास्त्री जी ने भगवान राम व श्रीकृष्ण की तुलना करते हुए कहा कि भगवान राम की कहानी अनुकरणीय है. जबकि श्रीकृष्ण की कहानी श्रवणीय है. श्रीकृष्ण ने 16000 से अधिक शादियां की थी. लौकिक जगत में यह संभव नहीं है. वहीं श्रीराम जी अपने पिता के वादा को पूरा करने के लिए 14 वर्ष वनवास चले जाते हैं. अपनी पत्नी माता सीता को भी ले जाते हैं. यही कारण है कि उन्हें पुरुषोत्तम की उपाधिमिली. गुरुवार को कथा का विधिवत समापन किया जायेगा. संगीतमय कार्यक्रम में आचार्य सुधीर पांडेय, दीपक पांडेय आदि सराहनीय भूमिका निभा रहे हैं. इसे सफल बनाने में रेखा देवी, शैल देवी, बसंती देवी, किरण देवी, अंजु देवी, जूही देवी, शाबो देवी, पूनम देवी, इंदू देवी, जुली देवी, रक्षा देवी, गीता देवी, लता देवी, द्रोपदी देवी, ज्योति देवी, जय प्रकाश पोद्दार, नंदलाल पोद्दार, नरेश पोद्दार, गणेश पोद्दार, पवन वर्मा, दीपक वर्मा, लालू वर्मा, नरेश राउत, आकाश कुमार, अमोद कुमार आदि ने सराहनीय भूमिका निभायी.

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