देवघर: श्रावणी मेले में नयी व्यवस्था के तहत जलार्पण की व्यवस्था सात जुलाई को तय किया गया है. इस बार नये अरघा से जलार्पण की व्यवस्था रहेगी. रामनवमी तिथि पर अरघा के ट्रायल पर इसमें कई प्रकार की त्रुटियों को देखा गया. इस बार अरघा सिस्टम की सारी त्रुटियां दूर कर ली गयी है. सात जुलाई को नयी व्यवस्था का फाइनल ट्रायल किया जायेगा.
उक्त जानकारी मंदिर प्रबंधन की प्रभारी इंदु रानी ने दी. प्रभारी ने नये व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इससे भीड़ कंट्रोल करने से लेकर मेले में आये भक्तों को जलार्पण करने में सुविधा होगी. इस व्यवस्था के तहत पूरे मेले में स्पर्श पूजा को प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया गया है.
पहले गर्भ गृह में मात्र दस प्रतिशत भक्त ही बाबा को जलार्पण कर पाते थे लेकिन इस नयी व्यवस्था में भक्तों का जल बाबा पर शत प्रतिशत जलार्पण होने की व्यवस्था है. इससे भक्तों को संतुष्टि होगी. भक्त अपनी नजरों से बाबा पर जलार्पण होते भी देख पायेंगे.