जरूरत है मजबूत इरादों की : रंजीत
फोटो नं0 26 एसबीजीचुनाव 6 हैकैप्सन-रविवार को रंजीत सिंह झारखंड राज्य निर्माण को आज 14 वर्ष बीतने को आ गये हैं लेकिन हम झारखंड वासी आज भी स्वयं को वहीं खड़ा पाते हैं जहां हम बिहार में थे. जिस वादे और दावे के साथ हमें अपने दिखाये गये थे वो आज उन्हीं लोगों की तरह […]
फोटो नं0 26 एसबीजीचुनाव 6 हैकैप्सन-रविवार को रंजीत सिंह झारखंड राज्य निर्माण को आज 14 वर्ष बीतने को आ गये हैं लेकिन हम झारखंड वासी आज भी स्वयं को वहीं खड़ा पाते हैं जहां हम बिहार में थे. जिस वादे और दावे के साथ हमें अपने दिखाये गये थे वो आज उन्हीं लोगों की तरह गायब हो गये, जिन्होंने इसकी नींव रखी थी. आज भले ही हम मानचित्र पर सर्व संसाधनों से परिपूर्ण है लेकिन वास्तविकता यह है कि प्रस्तावित, लंबित अपूर्ण योजनाओं के नाम पर हमें सभी दलों ने ठगा है तभी तो राजनीतिक अस्थिरता का ऐसा आलम छाया कि किसी सरकार में इतना माद्दा नहीं हुआ कि अपना कार्यकाल पूरा कर सके. एक उदाहरण के तौर पर विधानसभा क्षेत्र राजमहल को लेते हैं, यहां जीवाश्म का संग्रहालय बनना था, पेयजल आपूर्ति, चिकित्सा के लिए सुविधाजनक, अस्पताल महिला महाविद्यालय, आदि बनना था लेकिन चार हजार करोड़ कि घोटालों ने हमें ज्यादा शर्मसार किया है. हमारे नेता शायद भूल गये हैं कि जनता से उनका अस्तित्व है, आपसी मतभेदों की वजह से राज्य पिछड़ रहा है. आज जरूरत है कि मजबूत इरादों के साथ उस सरकार की जो राज्य को स्थिरता प्रदान करे और राज्य में विकास का असली अर्थ जमीनी स्तर पर करके दिखाये.प्रो रंजीत कुमार सिंहसाहिबगंज महाविद्यालय.