यदि मैं विधायक होता…

समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाते विकास की रोशनीफोटों नं 17 एसबीजी 4 हैं.कैप्सन: चाय दुकानदार प्राण चौधरीसाहिबगंज .क्षेत्र के विकास के प्रति नेताओं व आम जनों की सोच में बेहद फर्क है. चाय की दुकान चला कर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले 55 वर्षीय प्राण चौधरी क्षेत्र के विकास की कल्पना नेताओं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 19, 2014 8:03 PM

समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाते विकास की रोशनीफोटों नं 17 एसबीजी 4 हैं.कैप्सन: चाय दुकानदार प्राण चौधरीसाहिबगंज .क्षेत्र के विकास के प्रति नेताओं व आम जनों की सोच में बेहद फर्क है. चाय की दुकान चला कर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले 55 वर्षीय प्राण चौधरी क्षेत्र के विकास की कल्पना नेताओं से परे है. विकास भवन के समीप इनकी दुकान है. दिन भर लोगों से चुनाव को लेकर चर्चाएं करते हैं.चाय दुकानदार प्राण चौधरी कहते हैं वर्तमान समय की राजनीति समझ से परे हैं. जनप्रतिनिधि सिर्फ जनताओं को सपना दिखा कर स्वार्थ की राजनीतिक करने में व्यस्त है. यही कारण है कि राज्य गठन के बाद भी विकास के रास्ते पर अपना राज्य एक कदम भी आगे बढ़ नहीं पाया है. यदि वे विधायक होते तो विकास की रोशनी समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्तियों तक पहुंचाते. साथ ही ग्राम सभा कर क्षेत्र के योजना का चयन कर क्षेत्र का विकास करते.

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