चार मिलियन टन उत्पादन की योजना : निदेशक
चितरा: इसीएल के तकनीकी प्रोजेक्ट एंड प्लानिंग निदेशक बीआर रेड्डी ने रविवार को चितरा खदान सहित कोलियरी के विस्थापित स्थल व पुनर्वास स्थल का निरीक्षण किया. इसके बाद चितरा कोलियरी के कांफ्रेंस हॉल में वरीय अधिकारियों के साथ बैठक की. निरीक्षण के क्रम में श्री रेड्डी ने कहा कि एसपी माइंस चितरा कोलियरी में चार […]
चितरा: इसीएल के तकनीकी प्रोजेक्ट एंड प्लानिंग निदेशक बीआर रेड्डी ने रविवार को चितरा खदान सहित कोलियरी के विस्थापित स्थल व पुनर्वास स्थल का निरीक्षण किया.
इसके बाद चितरा कोलियरी के कांफ्रेंस हॉल में वरीय अधिकारियों के साथ बैठक की. निरीक्षण के क्रम में श्री रेड्डी ने कहा कि एसपी माइंस चितरा कोलियरी में चार मिलियन टन उत्पादन के लिए प्रोजेक्ट बनाने की योजना बनायी जा रही है.
जल्द ही चितरा कोलियरी चार मिलियन टन प्रोजक्ट के रूप में जाना जायेगा. उन्होंने कहा कि चितरा कोलियरी विस्तारीकरण में जमीन आड़े आने के कारण कोलियरी अपने लक्ष्य 25 लाख टन से थोड़ा पीछे चल रही है. एस पी माइंस को लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए योजना बनायी जा रही है. इसके अलावा इस प्रोजेक्ट को चार मिलियन टन करने के लिए सर्वे का काम तेजी से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जमीन अधिग्रहण में थोड़ी अड़चन आयी थी, अब उसे दूर कर लिया गया है. बहुत जल्द ही भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा कर उस पर तेजी से उत्खनन का कार्य आरंभ कर दिया जायेगा. इससे कोलियरी को लक्ष्य पूरा करने में आसानी होगी.
पुनर्वास के सवाल पर इसीएल निदेशक ने कहा कि पूर्व में पुनर्वास की जो योजना बनी थी उसमें कुछ तकनीकी अड़चन होने के कारण उसे आगे नहीं बढ़ाया जा सका है. उन अड़चनों को चिह्न्ति कर पुनर्वास काम को तेजी से निबटने के लिए जरूरी निर्देश महाप्रबंधक को दिया गया है. इस मौके पर महाप्रबंधक युनूस अंसारी, खनन महाप्रबंधक वीके सिंह, एरिया इंजीनियर गिरिजेष कुमार, ई एंड प्रभारी बीके सिंह, सुरक्षा पदाधिकारी यूएस तिवारी, चितरा ए प्रभारी अमरेन्द्र कुमार, चितरा बी प्रभारी मनोज कुमार, अनुराग रंजन सहित कई वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.