जय हनुमान ज्ञान गुण सागर…पर कन्याओं का सुंदर नृत्य

– नृत्य के नाम सेरिखियापीठ : शतचंडी यज्ञ के तीसरे दिन रिखिया की कन्याओं ने तो पहले देवी दुर्गा को समर्पित कर्तन ‘त्रिपुरा सुंदरी कामख्यी मां… पर स्वामी निरंजनानंद व स्वामी सत्संगीजी जी भी नृत्य करने लगे. अपने गुरु को देख भला शिष्य कैसे शांत बैठते इसलिए शिष्य भी कीर्तन पर जमकर झूमे. इसी क्रम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2014 11:03 PM

– नृत्य के नाम सेरिखियापीठ : शतचंडी यज्ञ के तीसरे दिन रिखिया की कन्याओं ने तो पहले देवी दुर्गा को समर्पित कर्तन ‘त्रिपुरा सुंदरी कामख्यी मां… पर स्वामी निरंजनानंद व स्वामी सत्संगीजी जी भी नृत्य करने लगे. अपने गुरु को देख भला शिष्य कैसे शांत बैठते इसलिए शिष्य भी कीर्तन पर जमकर झूमे. इसी क्रम में रिखिया की कन्याओं ने हनुमान चालीसा ‘जय हनुमान ज्ञान गुण सागर….पर अदभूत व सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया. इन कन्याओं ने बहुत कम दिनों में यह असाधारण नृत्य का प्रशिक्षण लिया व अपने नृत्य से देश-विदेश से आये लोगों को चकित कर दिया. स्वामी निरंजनानंद व स्वामी सत्संगीजी ने भी कन्याओं के प्रतिभा की सराहना की.

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