मोहनपुर (देवघर), श्रवण मंडल : देवघर जिला अंतर्गत मोहनपुर थाना क्षेत्र के सरसा गांव में गुरुवार की सुबह नहर में गयी जमीन का मुआवजे का पैसा नहीं मिलने से नाराज अनिल सिंह ने लालमोहन सिंह के पुत्र संजय सिंह को गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल संज सिंह को इलाज के लिए सदर अस्पताल, देवघर भेजवाया. वहीं, पुलिस ने घटनास्थल से दो पिस्तौल बरामद किया है. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर छापामारी कर रही है. यह मामला दुमका कोर्ट में विचाराधीन है.
क्या है मामला
नहर के मुआवजे के पैसे को लेकर दोनों पक्षों के बीच मामला चल रहा है. इसी बीच गुरुवार नौ फरवरी, 2023 को लालमोहन सिंह का गोतिया अनिल सिंह ने लालमोहन के बेटे संजय सिंह से दो लाख रुपये की मांग की. पैसे नहीं देने पर उसे गोली मारकर हत्या करने का धमकी दिया गया. इसके बाद भी पैसे नहीं मिलने से नाराज अनिल सिंह ने गुरुवार की सुबह संजय सिंह के घर पहुंचे. यहां पहुंचते ही पैसे की मांग की गयी. बात बढ़ने पर अनिल ने संजय पर गोली चला दिया. घायल अवस्था में ही संजय ने अनिल को पकड़ कर शोर मचाने लगा. आवाज सुनते ही संजय सिंह की पत्नी समेत उनके परिवार वाले उसे बचाने दौड़े. इस दौरान आरोपी अनिल सिंह से उनलोगों ने दो पिस्तौल छीनते हुए उसे पकड़ लिया. इसी बीच अनिल के बड़े भाई पवन सिंह भी वहां पहंचे और उनलोगों से अनिल को छुड़ा लिया. इस दौरान घायल संजय ने अनिल से छीने पिस्तौल से उसके ऊपर गोली चलाया, लेकिन भागने के क्रम अनिल बाल-बाल बच गया. इसके बाद अनिल और पवन दोनों भाई घटनास्थल से फरार हो गये. घायल संजय सिंह का पांच भाई है और घर का मुखिया है. वहीं, आरोपी अनिल सिंह का भी पांच भाई है.
आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की छापामारी
इधर, घटना की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी प्रेम प्रदीप, एसआई पांडु सांमत, एएसआई लोहिया उरांव घटनास्थल पर पहुंचे और घायल संजय सिंह को इलाज के लिए सदर अस्पताल, देवघर भेजा. यहां चिकित्सकों ने संजय के शरीर में फंसे गोली को ऑपरेशन कर बाहर निकाला. इधर, पुलिस मौके से पिस्तौल को बरामद किया. वहीं, आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर छापामारी तेज कर दी है.
दुमका कोर्ट में मामला विचाराधीन
बताया गया कि दोनों पक्षों में पहले से ही विवाद चल रहा है. यह मामला दुमका कोर्ट में विचाराधीन है. नहर के मुआवजे राशि का करीब एक करोड़ रुपया फंसा हुआ है. बताया गया कि नहर बनाने के दौरान इनलोगों का एक तालाब का अधिग्रहण किया गया था. इसी के तहत मुआवजा राशि मिली थी. इसी मुआवजे राशि को लेकर दोनों पक्षों में विवाद चल रहा है.