देवघर : देवीपुर प्रखंड के बांगोड़ा, कटगरी, हुसैनाबाद गांव में सोमवार की शाम गोलगप्पा खाने से 64 बच्चे व महिला-पुरुष को फूड प्वाइजनिंग होने के मामले में सभी की हालत में सुधार है. मंगलवार की सुबह तक सभी के स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद दो बच्चे को छोड़ सभी को सदर अस्पताल से वापस घर भेज दिया गया. इस संबंध में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ प्रभात रंजन ने कहा कि सोमवार की रात देवीपुर से पांच एम्बुलेंस में 63 लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार होकर अस्पताल पहुंचे थे, जिनका इलाज किया गया. इसमें तीन बच्चे गंभीर थे, लेकिन ठीक हो गया है. मंगलवार की सुबह दो बच्चे को छोड़ सभी स्वास्थ्य हो गये थे. सभी को 108 एम्बुलेंस से ही घर तक पहुंचा दिया गया. उन्होंने कहा कि दो बच्चों में एक पीकू वार्ड में और एक को जेनरल वार्ड में भर्ती है. वहीं बांगोड़ा गांव का 18 वर्षीय मनसुर अंसारी मंगलवार की दोपहर में उल्टी, चक्कर, पेट दर्द की समस्या को लेकर सदर अस्पताल में भर्ती कराया है. उनके परिजनों ने बताया सोमवार को मनसुर भी गोलगप्पा खाया था. मंगलवार को गांव में छोड़ने गये एंबुलेंस से ही मनसुर को अस्पताल लाया गया है, जिसे भर्ती कर दिया गया.
फूड सेफ्टी ऑफिसर ने खोमचे वाले के घर पहुंचकर खाद्य पदार्थ का लिया सैंपल
फूड प्वाइजनिंग की जांच के लिए मंगलवार को फूड सेफ्टी ऑफिसर बांगोड़ा गांव पहुंचे. इस दौरान फूड सेफ्टी ऑफिसर संजय कुमार तीनों गांव के फूड प्वाइजनिंग के शिकार लोगों व उनके परिजनों से मिलकर खाये हुए खाद्य पदार्थ के स्वाद के बारे में पूछताछ की. इसके बाद ग्रामीणों की ओर से बताये गये खोमचे वाले के घर पहंचे. इस दौरान खोमचा वाला हीरा राणा घर में नहीं था, लेकिन उनके घर में बनाये जाने वाले खाद्य पदार्थों की जांच की. साथ ही पांच गोलगप्पा, चाट, चाउमिन बनाने वाले पांच खाद्य पदार्थों का सैंपल लिया गया. जिसे जांच के लिए भेजा जायेगा. वहीं खोमचा वाले को देवीपुर पुलिस की ओर से सोमवार को रात में ही हिरासत में लिये जाने की जानकारी फूट सेफ्टी ऑफिसर को मिलने के बाद बयान दर्ज करने के लिए थाना पहुंचे. उन्होंने बताया कि थाना में खोमचा वाला नहीं था. साथ ही उन्होंने कहा कि देवीपुर बाजार में लगाये गये कई खोमचे वाले की जांच की गयी, इस दौरान कुछ जगहों पर मिलावटी मिलने में खाद्य पदार्थ को नष्ट भी कराया गया.