गे्रस मार्क्स नहीं मिलने से अर्चना का भविष्य अधर में

-एएस कॉलेज में सत्र 2010-2012 बैचलर इन लाइब्रेरी एंड इनफॉरमेशन साइंस की छात्रा है अर्चना संवाददाता, देवघरसिदो कान्हो मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका अंतर्गत एएस कॉलेज देवघर की लाइब्रेरी साइंस की छात्रा अर्चना कुमारी का भविष्य अधर में लटक गया है. वह सत्र 2010-12 की छात्रा है. फस्ट इयर में फस्ट क्लास रिजल्ट हुआ. लेकिन दूसरे साल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2014 11:02 PM

-एएस कॉलेज में सत्र 2010-2012 बैचलर इन लाइब्रेरी एंड इनफॉरमेशन साइंस की छात्रा है अर्चना संवाददाता, देवघरसिदो कान्हो मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका अंतर्गत एएस कॉलेज देवघर की लाइब्रेरी साइंस की छात्रा अर्चना कुमारी का भविष्य अधर में लटक गया है. वह सत्र 2010-12 की छात्रा है. फस्ट इयर में फस्ट क्लास रिजल्ट हुआ. लेकिन दूसरे साल की फाइनल की परीक्षा में भी फस्ट क्लास का अंक उसे मिला है लेकिन सातवें पेपर में मात्र 22 अंक प्राप्त हुए हैं, जबकि पास मार्क्स 27 है. केवल एक पेपर थ्योरी में पांच अंक कम मिला है, जिसके कारण उसे फेल घोषित कर दिया गया है. उसका रोल 022ए,नंबर-11020, रजिस्ट्रेशन नंंबर-009/ 12(एस कॉलेज, देवघर) है. गे्रस मिला तो पास हो जायेगी अर्चनालाइब्रेरी साइंस के रेगूलेशन में पारा 10(2) में दर्शाया गया है कि यदि छात्र-छात्राएं पांच अंक की कमी कारण फस्ट या सैकेंड क्लास से उत्तीर्ण होने से वंचित हो रही है तो विश्वविद्यालय की ओर से उसे पांच अंक का ग्रेस दिया जा सकता है. अर्चना ने बताया कि रिजल्ट निकले लगभग एक वर्ष हो गया, सुधार के लिए कभी कॉलेज तो कभी विश्वविद्यालय की चक्कर लगा रही है. कुलपति और परीक्षा नियंत्रक से भी मिल चुकी है लेकिन अभी तक उसे ग्रेस मार्क्स नहीं दिया गया है. ऐसा एक छात्रा के साथ नहीं कॉलेज की पांच छात्रों के साथ हुआ है. संयुक्त आवेदन भी विश्वविद्यालय को भेजा गया है. नौकरी की उम्र भी पार हो रही है. इसलिए हम मानसिक व आर्थिक कष्ट से ग्रसित हो रहे हैं. छात्रा ने पुन: गुहार लगायी है कि विश्वविद्यालय उसे पांच अंक ग्रेस दे ताकि वह पास घोषित हो सके.

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