सेवाभाव हो जीवन का मूल

देवघर: बंपास टाउन बिजली कोठी नं एक में चल रहे श्रीराम कथा के चौथे दिन संगीतमय भजन का आयोजन किया गया. इससे पूर्व सुबह में कथावाचक विजय कौशल जी महाराज मोहनपुर प्रखंड के कविलासपुर स्थित प्रशासनिक कार्यालय सेवा निकुंज पहुंचे. वहां आशीर्वचन समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर महाराज जी ने सेवा भाव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2014 7:37 AM

देवघर: बंपास टाउन बिजली कोठी नं एक में चल रहे श्रीराम कथा के चौथे दिन संगीतमय भजन का आयोजन किया गया. इससे पूर्व सुबह में कथावाचक विजय कौशल जी महाराज मोहनपुर प्रखंड के कविलासपुर स्थित प्रशासनिक कार्यालय सेवा निकुंज पहुंचे. वहां आशीर्वचन समारोह का आयोजन किया गया.

इस अवसर पर महाराज जी ने सेवा भाव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जीवन का मूल सेवाभाव होना चाहिए. यह समता, ममता, क्षमता व नम्रता पर आधारित हो तभी सार्थक है. उन्होंने सबको स्पष्ट करते हुए कहा कि गरीबों व असहायों के बीच समान रूप से सेवा भाव होना चाहिए. सेवा के दौरान मन में ममता भाव दिखना चाहिए. अपनी क्षमता के अनुसार हरेक व्यक्ति को सेवा करना चाहिए. इसमें नम्रता होना चाहिए. तभी फल मिलता है. मौके पर केंद्र के बच्चों को मोती की माला दी. उन्हें प्रसाद स्वरूप पेड़ा दिया गया. जिसे पाकर बच्चे काफी खुश हुए.

आयोजक कमेटी के राकेश कुमार ने बताया कि 12 दिसंबर से चल रहे राम कथा का विधिवत समापन 16 दिसंबर को किया जायेगा. मौके पर प्रदीप कौशिक, आशीष गौतम, प्रदीप बाजला, अरुण खेमका, केके पोद्दार, विनोद लाट, नागेंद्र कुमार, डा संजय, दिलीप सिंह, गोपाल हामिरवासिया, कमलेश तुलस्यान, नारायण टिबड़ेवाल, जय प्रकाश दोरालिया आदि उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version