1977 के बाद कांग्रेस ने पुन: जरमुंडी सीट वापस ली
बासुकिनाथ: जरमुंडी विधानसभा सीट पर करीब 37 वर्षो के बाद कांग्रेस पार्टी ने पुन: वापसी की. आजादी के बाद 1952 से 1957 तक पहले आम चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी जगदीश नारायण मंडल विजयी हुए थे. इसके बाद 1962 से 1967, 1969 से 1972 एवं 1972 से 1977 तक तीन बार कांग्रेस […]
बासुकिनाथ: जरमुंडी विधानसभा सीट पर करीब 37 वर्षो के बाद कांग्रेस पार्टी ने पुन: वापसी की. आजादी के बाद 1952 से 1957 तक पहले आम चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी जगदीश नारायण मंडल विजयी हुए थे.
इसके बाद 1962 से 1967, 1969 से 1972 एवं 1972 से 1977 तक तीन बार कांग्रेस के प्रत्याशी श्रीकांत झा ने इस विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. इसके बाद इस सीट पर कांग्रेस की राजनीतिक पकड़ कमजोर हो गयी. ऐसा लग रहा था कांग्रेस का इस क्षेत्र में जनाधार काफी नीचे चला गया है.
वर्तमान कांग्रेस प्रत्याशी बादल पत्रलेख पिछले चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर तीसरे स्थान पर रहे थे. इस युवा प्रत्याशी द्वारा करीब पांच वर्षो तक जनता के बीच लगातार संपर्क बनाये रखने से आमजनों ने इन पर अपना विश्वास जताते हुए विधानसभा भेजा. बादल को जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र के जरमुंडी, सोनारायठाढ़ी एवं सारवां तीनों प्रखंड के सभी समुदाय के मतदाताओं द्वारा समर्थन मिला. जिसने इनकी जीत की आधारशिला रखी.
इस चुनाव में इस क्षेत्र के सभी प्रत्याशियों में सबसे कम उम्र के होने के कारण इनके प्रति युवा मतदाताओं का विशेष आकर्षण एवं चुनाव प्रचार अभियान में युवाओं की भागीदारी भी इनके लिए सकारात्मक रहा.