देवघर में लगाये गये 25 सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन से रखी जायेगी नजर, अपराध पर अंकुश लगाने के लिए हाइटेक इंतजाम
एसपी ने बताया कि पुलिस प्रशासन की ओर से पूरी व्यवस्था को कंट्रोल करने के लिए एक हाइपावर ड्रोन कैमरा भी खरीदा गया है. यह ड्रोन कैमरा एएनपीआर कैमरे से लैस होगा, जो आसमान में डेढ़ किलोमीटर की ऊंचाई से चौक-चौराहों पर नजर रखी जायेगी.
देवघर : शहर में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस हाइटेक इंतजाम कर रही है. अब अपराधी पुलिस की नजर से नहीं बच पायेंगे. उनकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के लिए देवघर शहर के प्रमुख चौक-चौराहों में पहले फेज में 25 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. इसकी मॉनिटरिंग तत्काल एसपी आवास के गोपनीय शाखा से की जायेगी. यहां से लोगों की हरेक गतिविधियों पर नजर होगी. बीते तीन वर्षों के दौरान शहर में हुई आपराधिक घटनाओं की समीक्षा कर स्थल तय किये गये हैं. अपराधियों के भागने, शहर में आने व अपराध करने वाले प्रमुख स्थलों को चिन्हित किया गया है. क्राइम स्थलों को चिन्हित कर क्राइम मैप बनाया गया है तथा उन जगहों पर वेब कैमरे लगाये जा रहे हैं.
अपराध पर अंकुश लगाने में मिलेगी सफलता
पुलिस अधीक्षक अजीत पीटर डुंगडुंग ने कहा कि फर्स्ट फेज में शहर के विभिन्न चौक-चौराहों में 25 जगहों पर पुलिस प्रशासन की ओर से सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे हैं. यह कैमरे 24 घंटे कार्यरत रहेंगे तथा चारों दिशा में घूमती रहेगी. इससे चौक-चौराहों पर चारों तरफ होने वाली गतिविधियों पर नजर रखना आसान होगा. सीसीटीवी कैमरे अपराध पर अंकुश लगाने में काफी सफल पाये गये हैं व यह सभी तरह की सामाजिक गतिविधियों पर नियंत्रण करने में भी कामयाब रहे हैं. उन्होंने कहा कि कई बार लोगों के द्वारा बताया जाता है कि उन्हें साजिश के तहत किसी घटना में फंसा दिया गया है. सीसीटीवी में सभी तरह की गतिविधियां कैद होंगी और इस तरह के आरोपों पर सही तरीके से कार्रवाई होगी. साथ ही जांच में भी मदद मिलेगी तथा सही आरोपियों की पहचान हो सकेगी.
खरीदे गये हैं हाइपावर ड्रोन
एसपी ने बताया कि पुलिस प्रशासन की ओर से पूरी व्यवस्था को कंट्रोल करने के लिए एक हाइपावर ड्रोन कैमरा भी खरीदा गया है. यह ड्रोन कैमरा एएनपीआर कैमरे से लैस होगा, जो आसमान में डेढ़ किलोमीटर की ऊंचाई से चौक-चौराहों पर नजर रखी जायेगी. यदि अपराधी किसी तरह का अपराध कर उस इलाके से भाग रहे हों, तो उसके भागने की दिशा में ड्रोन कैमरा को लगाया जा सकेगा. उसके कैमरों की मदद से अपराधी के वाहन नंबर को ट्रेस कर उसके विजुअल कंट्रोल रूम को भेज सकेगा. उन्होंने बताया कि यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी ड्रोन है, जो अत्याधुनिक तकनीक से लैस है.
सावन में होगा कारगर
एसपी ने कहा कि ये ड्रोन कैमरे देवघर में लगने वाले मासव्यापी श्रावण मेले के समय भी बड़ा कारगर होगा. मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के सिर की गिनती (हेड काउंट) करने में मददगार साबित हो सकेगा.
तीसरे फेज में लगेंगे आइओटी कैमरे
तीसरे फेज में देवघर में आइओटी (इंटरनेट ऑफ थिंक्स) कैमरे लगाये जायेंगे, जिसके माध्यम से बीएस (भारत स्टेज)-सिक्स चारपहिया वाहन के चालक से बात भी की जा सकेगी. कहीं चालक नशे की हालत में गाड़ी तो नहीं चला रहा है. एसपी के अनुसार, फर्स्ट, सेकेंड व थर्ड फेज में शहर के विभिन्न चौक-चौराहों व प्रमुख स्थलों पर लगने वाले कैमरे व ड्रोन कैमरे को मोबाइल से कमांड किया जा सकेगा.
यहां पर लगाये जा रहे हैं सीसीटीवी
टावर चौक, कोरियासा चौक, झौंसागढ़ी, गिधनी मोड़, भुरभुरा मोड़, कैनरा बैंक रामपुर ब्रांच के समीप, बैजनाथपुर चौक के आसपास, जटाही मोड़, स्टेडियम व क्लब ग्राउंड सहित कुल 25 जगहों पर कैमरे लगाये जा रहे हैं.
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