चिंता से चतुराई घटती है : देवदास महाराज
फोटो दिनकर के फोल्डर में देवदास के नाम से दो फोटो रिनेम है-संगीतमय राम कथा से भक्तिमय बना अग्रहरि आश्रम-भक्तों से पटा अग्रहरि आश्रम-दो दिनों से बह रही है भक्ति की गंगासंवाददाता, देवघरचिंता से बचना चाहिए. यह बुद्धि कमजोर कर देती है. उक्त बातें ब्रह्मलीन योगी सम्राट देवराहा बाबा के परम शिष्य योगीराज देवदास जी […]
फोटो दिनकर के फोल्डर में देवदास के नाम से दो फोटो रिनेम है-संगीतमय राम कथा से भक्तिमय बना अग्रहरि आश्रम-भक्तों से पटा अग्रहरि आश्रम-दो दिनों से बह रही है भक्ति की गंगासंवाददाता, देवघरचिंता से बचना चाहिए. यह बुद्धि कमजोर कर देती है. उक्त बातें ब्रह्मलीन योगी सम्राट देवराहा बाबा के परम शिष्य योगीराज देवदास जी महाराज ने कही. महाराज जी मंदिर मोड़ स्थित अग्रहरि आश्रम में श्री देवराहा दिव्य सत्संग के तत्वावधान में चल रहे संगीतमय राम कथा में प्रवचन दे रहे थे. उन्होंने कहा कि मन प्रसन्न रखें. इससे शरीर स्वस्थ रहेगा. उन्होंने भगवान राम की चर्चा करते हुए कहा कि राम का नाम लेने से भव सागर ही नहीं, शारीरिक कष्ट भी दूर हो जाता है. यह तन दोबारा नहीं मिलेगा. उन्होंने राम नाम है अमृत धारा, पी ले प्यारे बारंबार.., भजन के माध्यम से राम की महत्ता को समझाया. महाराज जी ने कहा कि सब कुछ प्रभु को अर्पण करने पर स्वार्थ भी सुधर कर परमार्थ बन जाता है. स्वार्थ बढ़ने से क्रोध होगा, इससे विवेक खत्म हो जाता है. प्रभु के चरणों में खुद को अर्पित करने से ही सुख व शांति मिलेगी. इसे सुनने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. पूरा पंडाल महिला-पुरुष भक्तों से पट गया. इसे सफल बनाने में नारायण टिबड़ेवाल, मैथलीशरण गुप्त, अरुण गुप्ता, छेदी लाल, शंकर प्रसाद गुप्ता, सुनील कुमार गुप्ता, दीप नारायण मंडल, राजेंद्र यादव, युगल प्रसाद गुप्ता आदि जुटे हैं.