फंड मिला पर नहीं मिली दवा

देवघर: मंगलवार से श्रावणी मेला शुरू हो गया है. इसके बाद भी सदर अस्पताल को मांगी गयी दवा उपलब्ध नहीं करायी गयी है. इसका खुलासा डीएस द्वारा लिखे गये पत्र से हुआ है. डीएस डॉ सुरेश प्रसाद सिन्हा ने 22 जुलाई को सिविल सजर्न को मांगी गयी दवा की सूची के साथ पत्र लिखा. जिक्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2013 9:02 AM

देवघर: मंगलवार से श्रावणी मेला शुरू हो गया है. इसके बाद भी सदर अस्पताल को मांगी गयी दवा उपलब्ध नहीं करायी गयी है. इसका खुलासा डीएस द्वारा लिखे गये पत्र से हुआ है. डीएस डॉ सुरेश प्रसाद सिन्हा ने 22 जुलाई को सिविल सजर्न को मांगी गयी दवा की सूची के साथ पत्र लिखा. जिक्र है कि सदर अस्पताल में मांग की गयी दवा उपलब्ध नहीं हुई है. इसके लिए तीन व 12 जुलाई को रिमाइंडर भी भेजी गयी. दवा नहीं रहने के कारण दुर्घटनाग्रस्त कांवरियों को बाजार से जीवन रक्षक दवाएं खरीदनी पड़ रही है. मेला शुरू होने से पहले सीएस डा अशोक कुमार ने 500 प्रकार की दवा का टेंडर निकालने व दवा की कोई कमी नहीं होने देने की बात कही गयी थी. ऐसे में श्रावणी मेले में स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की कलई खुल रही है.

दवा के लिए कई बार लिखा गया पत्र
मार्च में 65 लाख रुपये की दवा खरीदी गयी थी. उस समय अस्पताल प्रबंधन से जरूरत की दवा की सूची मांगी गयी थी. मगर चार माह बीतने के बाद भी दवा उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण मरीजों को बाजार से दवा खरीदनी पड़ी.

70 फीसदी दवा खरीद ली गयी : सीएस
सिविल सजर्न ने कहा था कि 70 फीसदी दवा की खरीद कर ली गयी है. जरूरत की दवा सदर अस्पताल को उपलब्ध कराने को कहा गया है. दवा की किल्लत नहीं होगी.

मांगी गयी दवाइंजेक्शन मॉनिटोल, इंजेक्शन न्यूफिनेक, इंजेक्शन रैनिटिडी, नॉटी टी जेड, मेट्रोनिडाजोल, इंजेक्शन सिट्रेक्स, टिटवेक, एविल, फिनाइल, बैंडेज, प्लास्टर ऑफ पेरिस, गॉज, फॉलिश कैथेटर, यूरो बैग, कॉटन, राइज ट्यूब.

उपलब्ध करायी गयी दवा
सिट्राजीन, ट्रॉमाडोल, सैफिट्रोजोन, ओ फ्लोक्सासीन , गॉज व कॉटन, डिस्पोवैन दो एमएल एवं पांच एमएल उपलब्ध कराया गया है.

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