पुस्तक मेला शुरू: हमारी संस्कृति से रू-ब-रू कराती हैं पुस्तकें

देवघर: आरमित्र स्कूल परिसर में 14वें पुस्तक मेले का शानदार आगाज हो गया. मेला में 30 से ज्यादा स्टॉल लगाये गये हैं. कार्यक्रम का उदघाटन गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने दीप प्रज्वलित कर मेला का उदघाटन किया. कार्यक्रम में एसी भगवान झा, एसडीओ जय ज्योति सामंता, सीसीआर डीएसपी अजय कुमार के अलावा एसबीआइ के डीजीएम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2015 9:08 AM
देवघर: आरमित्र स्कूल परिसर में 14वें पुस्तक मेले का शानदार आगाज हो गया. मेला में 30 से ज्यादा स्टॉल लगाये गये हैं. कार्यक्रम का उदघाटन गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने दीप प्रज्वलित कर मेला का उदघाटन किया. कार्यक्रम में एसी भगवान झा, एसडीओ जय ज्योति सामंता, सीसीआर डीएसपी अजय कुमार के अलावा एसबीआइ के डीजीएम पीके शर्मा व एजीएम रश्मि रथी सिंह, मेला समिति के अध्यक्ष युधिष्ठिर प्रसाद राय, मेला संयोजक डॉ सुभाष राय, पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष प्रो सुरेश भारद्वाज, प्रो आरएन सिंह की मौजूद थे.

इससे पूर्व मेला संयोजक डॉ सुभाष चंद्र राय ने विषय प्रवेश कराया. मेला समिति के अध्यक्ष युधिष्ठिर प्रसाद राय ने अंत में धन्यवाद ज्ञापन किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मंत्री कृष्णानंद झा कर रहे थे. जबकि कार्यक्रम का संचालन रामसेवक सिंह गुंजन कर रहे थे.

नन्हीं बच्चियों ने पेश किये नृत्य
इससे पूर्व नन्हीं बच्चियों ने खूबसूरत शास्त्रीय नृत्य पेश कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. साथ ही दो छात्रओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किये. इसके बाद पुस्तक मेला समिति की ओर से सभी गण्यमान्य लोगों को तिलक लगाकर व पुष्पगुच्छ भेंटकर सम्मानित किया.
मेला समिति के पदाधिकारी धन्यवाद के पात्र : पलिवार
मधुपुर विधायक राज पलिवार ने कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी, कटक से घटक तक भारत एक देश है. पुस्तकें हमें संस्कृति से रू-ब-रू कराती है. स्वामी जी के 152वें व गांधीजी के स्वदेश वापसी की 100वें साल पर इस तरह का आयोजन बड़ा आनंदित करता है. पुस्तक मेला समिति के पदाधिकारी धन्यवाद के पात्र हैं. हम सभी का प्रयास होना चाहिए कि आने वाले दिनों में कोई खेत खाली न रहे, कोई पेट खाली न रहे.
पुस्तक की प्रासंगिकता जीवन में हमेशा है : दास
देवघर विधायक नारायण दास ने कहा कि आज मेरे लिए गौरव का क्षण है. पुस्तकों की प्रासंगिकता जीवन में हमेशा बनी रहती है. दुनिया में किताबें हैं तो जीवन है. किताबें सपने दिखाती है. इसे मूर्त रूप प्रदान करने के लिए किताबों से मित्रता जरूरी है. इसिलिए लोगों से अपील है कि वे अपने घर में एक छोटी लाइब्रेरी बनाने की कोशिश करें.
ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को मेले से जोड़ने का हो प्रयास: बादल
जरमुंडी विधायक बादल ने कहा, मानव जीवन में पुस्तक का बड़ा महत्व है. देवघर में पिछले 14 वर्षो से मेले का आयोजन हो रहा है मगर अब तक इस मेले से ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे व छात्र-छात्रएं अनभिज्ञ हैं. प्रशासनिक स्तर पर ऐसी व्यवस्था हो. ताकि सुदुर ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे मेले में भाग ले सकें.वहीं देश के बुक हाउसों को यहां से बेहतर तरीके से जोड़ा जा सके .
जीवन में अब भी बहुत कुछ सीखना शेष : मंडल
गोड्डा विधायक रघुनंदन मंडल ने कहा कि हर इंसान खुद में संपूर्ण नहीं होता. वही बातें पुस्तकों के मामले में भी लागू होती है. पुस्तकों से अब भी बहुत कुछ सीखना शेष है. देवघर के बुद्धिजीवी पिछले कई वर्षो से पुस्तक मेला का आयोजन करते रहे हैं. मेले में बहुत सारे प्रकाशक व पुस्तकों का समावेश किया गया है. इनसे हम बहुत कुछ सीख सकते हैं.
पुस्तकें आपको इमेजिनेशन कराती है : डीसी
डीसी अमीत कुमार ने कहा, पुस्तक मेला समिति व प्रशासनिक प्रयास से देवघर में एक बढ़िया पुस्तक मेले का आयोजन सकारात्मक रूप ले सका. यह एक अच्छा प्रयास है. पुस्तक मेला समुद्र की तरह है, इसमें डुबकी लगायेंगे तो निश्चित ही आपको रत्न मिलेंगे. पुस्तकें आपको इमेजिनेशन कराती है. जो आपके सपने का साकार करने में मदद करती है. आयोजन में किसी भी तरह के सहयोग के लिए हम तैयार हैं.

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