एसकेएमयू के यूएमएस सेक्शन में लटका ताला

दुमका: सिदो कान्हू मुमरू विश्वविद्यालय ने यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट सिस्टम (यूएमएस) के लिए जिस कंपनी से करार किया था, उस कंपनी द्वारा एक बार फिर काम बंद कर दिया गया है. फिलहाल इस सेक्शन में ताला जड़ा हुआ है. विश्वविद्यालय प्रशासन को इससे फिर एक बार मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. मिली जानकारी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 25, 2013 9:16 AM

दुमका: सिदो कान्हू मुमरू विश्वविद्यालय ने यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट सिस्टम (यूएमएस) के लिए जिस कंपनी से करार किया था, उस कंपनी द्वारा एक बार फिर काम बंद कर दिया गया है. फिलहाल इस सेक्शन में ताला जड़ा हुआ है. विश्वविद्यालय प्रशासन को इससे फिर एक बार मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक यूएमएस सेक्शन में 12 जुलाई से

ही ताला लटक गया है. इस कारण से एसकेएमयू का वेवसाइट भी नहीं हो रहा अपडेट. वेबसाइट पर अभी भी वीसी प्रो एम बशीर अहमद खान ही हैं.13 जुलाई को विश्वविद्यालय के कुलपति (तत्कालीन) प्रो एम बशीर अहमद खान के कार्यकाल का अंतिम दिन था.

क्या है करार
सिदो कान्हू मुमरू विश्वविद्यालय ने ग्लोडाइन टेक्नोसर्व नाम की इस कंपनी से छात्रों के पंजीकरण से लेकर परीक्षा परिणाम तैयार करने तक का करार किया गया था. इतना ही नहीं सभी कॉलेजों में भी इसी तरह की व्यवस्था करायी जानी थी. करार के वक्त यह भी घोषणा की गयी थी कि कॉलेजों में बायोमैट्रिक्स, विवि कैम्पस में सीसीटीवी व वीडियो कान्फ्रेसिंग जैसी व्यवस्था भी इसी यूएमएस के जरिये करायी जायेंगी. करार के मुताबिक समय-समय पर विश्वविद्यालय के बेवसाइट को भी इसी कंपनी को अपडेट करना था. जानकारी के मुताबिक समयबद्ध कार्य नहीं किये जाने पर विवि प्रशासन द्वारा दो बार सिक्युरिटी मनी भी मांगी गयी थी.

क्या कह रहे पदाधिकारी : छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ शेषनाथ राय ने कहा कि ग्लोडाइन कंपनी द्वारा अचानक कार्य बंद कर दिये जाने तथा यूएमएस सेक्शन में ताला लटक जाने से बहुत से रिजल्ट प्रभावित हो गये हैं. इस मुद्दे पर विश्वविद्यालय जल्द ही बैठक कर करार रद्द करने को लेकर विचार करेगा. मामले में ओएसडी (मूल्यांकन) डॉ सीके सिंह ने कहा कि तत्काल विवि कार्यालय के कंप्यूटर आपरेटरों की सेवा परीक्षा परिणाम से संबंधित कार्य में ली जा रही है और उन्हीं के सहयोग से पीजी फाइनल की परीक्षा के परिणाम जारी हो सके हैं. डॉ सिंह ने बताया कि ग्लोडाइन के प्रतिनिधियों द्वारा पार्ट वन 2012, पीजी प्रीवियस 2010 एवं पीजी फाइनल 2010 का रिजल्ट लगभग तैयार किया जा चुका था, लेकिन ऐन वक्त पर वे सभी काम बंद कर चले गये जिससे नये सिरे से रिजल्ट प्रकाशन का प्रयास करना पड़ा.

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