पुस्तक मेला में उमड़ रहे लोग

ज्ञानवर्धक पुस्तकों की छात्रों में ज्यादा डिमांडफोटो अजय में कैप्सन : केके स्टॉल के स्टॉल में सजी पुस्तकें. संवाददाता, देवघर 14 वें पुस्तक मेला परिसर में देश के कई बड़े प्रकाशकों के साथ केके पब्लिकेशन की ओर से भी स्टॉल लगाया गया है. जहां साहित्यकार नागार्जुन, संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर के अलावा खोरठा साहित्य, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2015 10:03 PM

ज्ञानवर्धक पुस्तकों की छात्रों में ज्यादा डिमांडफोटो अजय में कैप्सन : केके स्टॉल के स्टॉल में सजी पुस्तकें. संवाददाता, देवघर 14 वें पुस्तक मेला परिसर में देश के कई बड़े प्रकाशकों के साथ केके पब्लिकेशन की ओर से भी स्टॉल लगाया गया है. जहां साहित्यकार नागार्जुन, संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर के अलावा खोरठा साहित्य, संथाली जनजाति में महिलाओं की स्थिति के साथ दर्जनों ज्ञानवर्धक पुस्तकों का स्टॉक रखा गया है. सभी पुस्तकों की अपनी विशेषताएं है. इसके बीच झारखंड राज्य में रहने वाले स्थानीय लोगों को डॉ गंगाराम बनीरका द्वारा लिखी गयी हो भाषा पर हो ओल आंडो हो पड़ाव, डॉ भोलानाथ महतो की खोरठा लोक साहित्य, डॉ देवीलाल प्रसाद की नागार्जुन : एक मूल्यांकन, डॉ माधव राव की डॉ भीमराव आंबेडकर : एक समाज सुधारक, डॉ दिलीप कुमार की संथाली जनजाति में महिलाओं की स्थिति ज्यादा प्रमुखता से लोगों का ध्यान आकृष्ट कर रही है. इस संबंध में केके पब्लिकेशन के पब्लिशर्स वैद्यनाथ सेन ने बताया कि उनके स्टॉल में ज्यादातर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राएं पहुंचते हैं. जो राज्य की दशा व संस्कृति से जुड़े अपने ज्ञान को बढ़ाने का काम कर रहे हैं.

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