सच उगलवाने के लिए सीबीआइ ने तैयार किया प्रस्ताव
– संदर्भ : अभिलेखागार चोरी कांड संवाददाता, देवघरदेवघर भूमि घोटाला से जुड़े अभिलेखागार चोरी कांड में सीबीआइ नतीजे तक नहीं पहुंच पा रही है. चोरीकांड का मामला उलझता ही जा रहा है. अनुसंधान के क्रम में सीबीआइ ने अभिलेखागार चोरी कांड के अनुसंधान के क्रम में सीबीआइ अब तक 40 से अधिक लोगों से पूछताछ […]
– संदर्भ : अभिलेखागार चोरी कांड संवाददाता, देवघरदेवघर भूमि घोटाला से जुड़े अभिलेखागार चोरी कांड में सीबीआइ नतीजे तक नहीं पहुंच पा रही है. चोरीकांड का मामला उलझता ही जा रहा है. अनुसंधान के क्रम में सीबीआइ ने अभिलेखागार चोरी कांड के अनुसंधान के क्रम में सीबीआइ अब तक 40 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है. इसमें सरकारी व गैर सरकारी लोग शामिल है. बावजूद सीबीआइ अभी तक कोई नतीजे पर नहीं पहुंच पायी है. सूत्रों के अनुसार सीबीआइ अब इस मामले में नार्को टेस्ट की तर्ज पर पोलीग्राफी टेस्ट कराने की तैयारी में है. सीबीआइ अभिलेखागार चोरी कांड के आरोपित व जांच के दायरे में आये लोगों की पोलीग्राफी टेस्ट कराने के लिए प्रस्ताव तैयार किया है. सीबीआइ धनबाद की टीम पहले इस प्रस्ताव पर अपने वरीय अधिकारियों से सहमति लेगी व उसके बाद कोर्ट से अनुमति मिलते ही पोलीग्राफी टेस्ट शुरू होगी. सीबीआइ अधिकारियों को उम्मीद है पोलीग्राफी टेस्ट में शायद चोरी कांड का राज खुल सकता है. बताया जाता है कि पिछले दिनों सीबीआइ के अधिकारियों ने सवालों की सूची बनाकर आरोपितों व संदिग्धों से पूछताछ की थी. कई लोगों को धनबाद सीबीआइ कार्यालय भी बुलाया गया था. लेकिन सवालों के जवाब से सीबीआइ की टीम संतुष्ट नहीं हुई है. सीबीआइ की टीम को यह लग रहा है कि पूछताछ में सच्चाई को छिपाया जा रहा है.क्या है पोलीग्राफी टेस्टपोलीग्राफी टेस्ट एक तरह की तकनीकी जांच है. इसमें तकनीकी मशीन का इस्तेमाल कर लोगों से सवाल पूछ जाते हैं. पूछताछ में जवाब देने वालों की धड़कन समेत शरीर के अन्य गतिविधियों से सच व झूठ का पता चलता है. हालांकि यह पूरी तरह से तकनीकी जांच है.