Deoghar News. देवघर जिले के प्राइमरी स्कूलों में पुनर्नियुक्त 10 सहायक शिक्षकों को नियम के विरुद्ध सेवामुक्त (अकार्यात्मक) अवधि का करीब तीन करोड़ रुपये भुगतान कर दिया गया, जिसे वसूलने में डीएसई कार्यालय के पसीने छूट रहे रहे हैं. मामले में जिला शिक्षा अधीक्षक, देवघर द्वारा 29 मार्च, 2023 को कार्यालय आदेश जारी कर वेतन भुगतान के आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त करते हुए वेतन भुगतान की राशि को 48 घंटे के अंदर चालान के माध्यम से कार्यालय में जमा करने का आदेश दिया गया था. इसके बाद जिला शिक्षा अधीक्षक के द्वारा 29 मई, 2023 को सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सह निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी से तीन दिन के अंदर वेतन वसूली से संबंधित रिपोर्ट भी मांगी गयी थी. इसके दो माह बीतने को है, लेकिन सेवामुक्त अवधि का वेतन भुगतान की राशि की वसूली अबतक नहीं हुई है. न ही कार्यालय को रिपोर्ट ही उपलब्ध करायी गयी है. बताते चलें कि प्रत्येक शिक्षक को औसतन 25 से 30 लाख रुपये का भुगतान किया गया था.
स्थगित वेतन का भुगतान तभी होगा, जब शिक्षक सेवामुक्त अवधि का वेतन जमा करेंगे
जिला शिक्षा अधीक्षक के कार्यालय आदेश में कहा गया है कि शिक्षकों की नियुक्ति व शैक्षणिक तथा प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों, संस्थान, बोर्ड की जांच, मान्यता आदि कार्य लंबित हैं. इसलिए शिक्षकों के अकार्यात्मक अवधि का वेतन का भुगतान तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाता है. चालान के माध्यम से कार्यालय के शीर्ष में जमा की गयी राशि का ब्योरा कार्यालय में उपलब्ध कराये जाने के बाद ही शिक्षकों को स्थगित वेतन का भुगतान किया जायेगा.
इन शिक्षक को किया गया है वेतन भुगतान
नाम–विद्यालय
राजेश्वर राम–उमवि बंदे तेतरिया, मधुपुर
सिकंदर मंडल–मवि सिमरा, देवघर
जितेंद्र कुमार–मवि कन्या, सारवां
वीरेंद्र प्रसाद–मवि मलहरा, मोहनपुर
दिलीप पंडित–मवि कन्या चकरमा, मोहनपुर
संतोष पंडा–मवि पंदनिया, मारगोमुंडा
एकतारुद्दीन शेख–मवि, सोनारायठाढ़ी
गंभीर मंडल–उमवि सालभद्रा, मारगोमुंडा
दिलीप कुमार–मवि चांदडीह, देवघर
शेराज अंसारी–मवि पथरड्डा, सारठ
क्या कहते हैं जिला शिक्षा अधीक्षक
देवघर जिला शिक्षा अधीक्षक टोनी प्रेमराज टोप्पो ने बताया कि अकार्यात्मक अवधि का वेतन भुगतान का गलत निर्णय लिपिकीय भूल की वजह से जारी पत्र के आधार पर लिया गया था. तत्काल कार्यालय आदेश को रद्द कर दिया गया. 10 शिक्षकों में करीब पांच शिक्षक चालान के माध्यम से पैसा जमा करनेवाले हैं. अगर पैसा जमा नहीं करते हैं, तो शिक्षकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. क्लर्क से स्पष्टीकरण पूछा गया है. जवाब के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.