डीवीसी में ट्रीप, देवघर को 38 मेगावाट की आपूर्ति

– देवघर व आसपास के क्षेत्रों में गहराया संकट- उद्योग, होटल कारोबार, व्यापार, घरेलू कामकाज प्रभावित- मैट्रिक, इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों के साथ बच्चों की पढ़ाई प्रभावित- देवघर में बिजली की जरूरत 85 मेगावाट, आपूर्ति 35 से 40 मेगवाटसंवाददाता, देवघर ट्रांसमिशन लाइन डीवीसी में ट्रिप हो जाने की वजह से पिछले तीन दिनों से देवघर व आसपास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 6, 2015 10:03 PM

– देवघर व आसपास के क्षेत्रों में गहराया संकट- उद्योग, होटल कारोबार, व्यापार, घरेलू कामकाज प्रभावित- मैट्रिक, इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों के साथ बच्चों की पढ़ाई प्रभावित- देवघर में बिजली की जरूरत 85 मेगावाट, आपूर्ति 35 से 40 मेगवाटसंवाददाता, देवघर ट्रांसमिशन लाइन डीवीसी में ट्रिप हो जाने की वजह से पिछले तीन दिनों से देवघर व आसपास के क्षेत्रों के बिजली संकट गहरा गया है. उद्योग, होटल कारोबार, व्यापार, चिकित्सा सेवा, घरेलू कामकाज आदि प्रभावित हो गया है. देवघर को प्रतिदिन पिकआवर में औसतन 85 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है, लेकिन डीवीसी लाइन में ट्रिप होने की वजह से आपूर्ति ठप हो गयी है. डीवीसी से सिर्फ रेलवे को बिजली की आपूर्ति बहाल है. देवघर को सिर्फ एनटीपीसी से औसतन 30 से 35 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही है. दिन के वक्त तपोवन सोलर प्लांट से आठ से 12 मेगावाट बिजली मिलती है. लेकिन, मांग के अनुपात में आधी बिजली मिल रही है. रोटेशन में बिजली की आपूर्तितकनीकी खराबी की वजह से देवघर को आधे से भी कम बिजली की आपूर्ति हो रही है. इस वजह से पावर सब स्टेशन से रोटेशन में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की गयी है. विभागीय सूत्रों की माने तो पावर सब स्टेशन से दिन के वक्त एक घंटे की कटौती पर एक घंटा बिजली की आपूर्ति होती है. वहीं शाम होते-होते रोटेशन का अनुपात बढ़ जाता है. दो घंटे की कटौती पर एक घंटे बिजली की आपूर्ति होती है.’डीवीसी से सिर्फ रेलवे को बिजली की आपूर्ति हो रही है. एनटीपीसी से 30 से 35 मेगावाट बिजली मिल रही है. आने वाले वक्त में और भी संकट गहराने की संभावना है. ‘- रामजन्म यादव, विद्युत कार्यपालक अभियंता, आपूर्ति विभाग, देवघर

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