देवघर: वन विभाग ने देवघर की प्राकृतिक सुंदरता को निखारने के लिए कई योजनाएं तैयार की है. इसमें शहर के बीच में करनीबाद मौजा स्थित सखुआ जंगल में बैद्यनाथ बॉयोलॉजिकल पार्क सह मिनी जू के निर्माण करने की योजना बनायी है. सखुआ जंगल में वन विभाग के अधीन 12 एकड़ जमीन है.
कुल 6.5 करोड़ के इस योजना में सखुआ जंगल में चिड़ियाघर व चिल्ड्रेन पार्क का निर्माण होगा. चिड़ियाघर में हिरण, लंगुर व चिड़ियां की विभिन्न प्रजातियां रहेगी. सखुआ जंगल से गुजरने वानी जोरिया में चेकडैम बनाया जायेगा. चैकडैम में फव्वारा व सुंदर घाट का निर्माण होगा.
पार्क में टहलने के लिए सुंदर पेभर का निर्माण होगा. इसके अलावा वन विभाग ने त्रिकुट, खिजुरिया व बुढ़ई में विकास के लिए योजनाएं तैयार कर राज्य सरकार को भेजी है.
डिगरिया पहाड़ के जंगलों रहेगा तेंदुआ
दिघरिया पहाड़ी के जंगलों में भी जू सह बॉयोलॉजिकल पार्क का निर्माण होगा. 150 एकड़ के क्षेत्रफल वाली इस घने जंगल के पहाड़ में प्रकृति के बीच पार्क विकसित किया जायेगा. इस जंगल में बेरिकेटिंग कर तेंदुआ, लकड़बग्घा, भालू, सांप घर में अजगर समेत कई सांप की प्रजातियां रहेगी. जबकि मछली घर, व चिड़ियां घर में अलग-अलग पंक्षी का पालन होगा. दिघरिया पहाड़ में खुले में हिरण को छोड़ा जायेगा. इस प्राजेक्टर में 20 करोड़ रुपये खर्च किया जायेगा. पहाड़ के उपर पर्यटकों को ठहरवे के लिए लॉग हट्स का निर्माण होगा. पहाड़ के बरसाती पानी को रोकने के लिए छोटे-छोटे चेकडैम बनाये जायेंगे. पहाड़ के जंगलों निर्माण कार्य इको फ्रेंडली रहेगा. कांक्रीट का इस्तेमाल काफी कम रहेगा.
प्रकृति की गोद में है बैद्यनाथधाम : डीएफओ
डीएफओ राजीव रंजन ने कहा कि देवघर प्रकृति की गोद में बसा है. 12 ज्योर्तिलिंगों में देवघर में ही शिव व शक्ति दोनों की पूजा होती है. दोनों देवी-देवता का निवास भी प्रकृति के बीच कैलाश पर्वत पर है. वहीं देवघर में बैद्यनाथ बॉयोलॉजिकल पार्क सह जू निर्माण की योजना बनायी गयी है. सांसद निशिकांत के मार्गदर्शन पर करनीबाद के पास सखुआ जंगल में चिड़ियाघर का निर्माण कराया जायेगा. विभिन्न प्रजातियों के जीव-जंतु को देश के अलग-अलग हिस्से से मंगवायेगी. दोनों पार्क को प्रोजेक्ट केंद्र सरकार को भेज दी गयी है. इसकी स्वीकृति मिलते ही काम चालू होगा. सांसद श्री दुबे इसमें केंद्र सरकार से पहल करेंगे.