देवघर: देवघर भूमि घोटाले में शामिल मोहनपुर अंचल क्षेत्र में बैजनाथपुर मौजा की एक जमीन को घेरने का विरोध मुहल्लेवासियों ने किया है. मुहल्लेवासियों ने इसकी सूचना मोहनपुर सीओ को भी दी है. यह जमीन सीबीआइ जांच के दायरे में है. शुरुआत में घोटाला उजागर होने के बाद प्रशासन ने जमीन पर निर्मित दीवार भी ढहा दिया गया था. इसके बाद इसमें किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गयी थी.
मुहल्लेवासी शिवा तूरी, सुजीत सिंह, बैकुंठ मंडल, आकाश, अरुण राउत, मोती तूरी, चिंतामनी तूरी, कन्हैया तूरी व बरुण राउत आदि ने सीओ को दिये आवेदन में कहा है कि यह जमीन गोचर है तथा मवेशियों के चरने के लिए उपयुक्त है. लेकिन इसका घेराबंदी किया जा रहा है, विरोध करने पर धमकी दी जाती है.
इसी जमीन से शुरू हुई थी घोटाले की जांच
826 देवघर भूमि घोटाले की जांच बैजनाथपुर मौजा से ही शुरू हुई थी. तत्कालीन डीसी मस्तराम मीणा ने टीम गठित कर जांच में यह गड़बड़ी पकड़ी थी. गड़बड़ी उजागर होने के बाद दंडाधिकारी की मौजूदगी में निर्मित दीवार को हटाया गया था. इसके बाद ही यह जांच निगरानी व सीबीआइ को सौंपा गया था. इधर सीबीआइ जांच के दौरान ही बची हुई दीवार का ईंट कुछ लोगों द्वारा उखाड़ा जा रहा है. इस जमीन के पास तालाब भी है.