जिले में नहीं है प्रदूषण जांच केंद्र, वाहन जांच बिना कैसे मिलेगा प्रमाण पत्र

फोटो परिवहन विभाग की…संवाददाता, देवघर जिला परिवहन विभाग की ओर से अखबारों में विज्ञापन प्रसारित कर सघन वाहन जांच अभियान शुरू किये जाने की घोषणा की गयी है. मगर हकीकत इससे बिल्कुल इतर है. घोषणा के अनुसार वाहनों के जांच के क्रम में चालक का ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन का रोड टैक्स पेपर, फिटनेस प्रमाण पत्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2015 11:04 PM

फोटो परिवहन विभाग की…संवाददाता, देवघर जिला परिवहन विभाग की ओर से अखबारों में विज्ञापन प्रसारित कर सघन वाहन जांच अभियान शुरू किये जाने की घोषणा की गयी है. मगर हकीकत इससे बिल्कुल इतर है. घोषणा के अनुसार वाहनों के जांच के क्रम में चालक का ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन का रोड टैक्स पेपर, फिटनेस प्रमाण पत्र के अलावा प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र की कॉपी पदाधिकारी जांच के दौरान पड़ताल करेंगे. इस घोषणा के बाद वाहन चालक व मालिकों में हड़कंप मचा हुआ है कि आखिर प्रदूषण जांच का प्रमाण पत्र कैसे प्रस्तुत करेंगे. जिले में प्रदूषण जांच करनेे के लिए एक भी केंद्र मौजूद नहीं है. जबकि सरकार (परिवहन मुख्यालय) के निर्देशानुसार राज्य के प्रत्येक जिले में एक प्रदूषण जांच केंद्र खोला जाना था. स्थल की समस्या होने पर पेटोल पंप मालिकों से करार कर उसके परिसर में केंद्र संचालित करना था. मगर वह निर्देश धरातल पर उतरा ही नहीं. नतीजा देवघर जिले में एक भी जांच केंद्र खुल न सका. इसके अलावा फिटनेस टेस्ट के लिए भी प्रोपर व्यवस्था नहीं है. एमवीआइ (मोटर व्हेकल इंस्पेक्टर) पदाधिकारी भी जिले में एक दिन ही यानि मंगलवार को ही आते हैं. लेकिन मंगलवार को यदि सरकारी अवकाश घोषित रहा तो एमवीआइ पदाधिकारी देवघर नहीं पहुंचते. नतीजा देवघर वासियों का प्रदूषण जांच तो दूर फिटनेस जांच नहीं हो पाता.

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