बहुआयामी हो छात्रों का व्यक्तित्व

जसीडीह: बीआइटी जसीडीह में चल रहे तीन दिवसीय उत्थान 2015 कार्यक्रम का समापन शनिवार को हो गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीआइटी मेसरा (रांची) के कुलपति डॉ एमके मिश्र ने उत्थान कार्यक्रम व बीआइटी के छात्र-छात्रओं द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम की सराहना की. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का व्यक्तित्व बहुआयामी होना चाहिए. विद्यार्थियों को अपना समय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2015 9:50 AM
जसीडीह: बीआइटी जसीडीह में चल रहे तीन दिवसीय उत्थान 2015 कार्यक्रम का समापन शनिवार को हो गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीआइटी मेसरा (रांची) के कुलपति डॉ एमके मिश्र ने उत्थान कार्यक्रम व बीआइटी के छात्र-छात्रओं द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम की सराहना की. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का व्यक्तित्व बहुआयामी होना चाहिए.

विद्यार्थियों को अपना समय न केवल किताबों में बल्कि अपनी प्रतिभाओं को अन्य क्षेत्रों में भी उजागर करनी चाहिए. डॉ मिश्र ने उत्थान कार्यक्रम में सर्वाधिक पुरस्कार छात्राओं की झोली में देख खुशी जताते हुए कहा कि वर्षो पूर्व से ही देश पुरुष प्रधान रहा है.

लेकिन उसमें अब काफी परिवर्तन आ रहा है और महिलाएं भी हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है. इससे स्पष्ट होता है कि महिला सशक्तिकरण की ओर अग्रसर है. उन्होंने कहा कि संस्कृत के एक ोक पर चर्चा कर कहा कि नारियों का सम्मान करेंगे तो भगवान आपकी मदद करेगा. वहीं विद्यार्थियों को टिप्स देते हुए कहा कि सच्चे मन व लगन से मेहनत करें और अपना सपना पूरा कर राज्य व देश की सेवा करें. डॉ मिश्र ने कहा कि सरकार ने बीआइटी के आधुनिक प्रयोगशाला व हॉस्टल आदि के लिए 6.83 करोड़ की राशि की स्वीकृति दी है.

20 मार्च को बोर्ड ऑफ गवर्नर की बैठक में बीआइटी की कमियों को रखेंगे. उन्होंने उत्थान 2015 में सफल छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया. इस मौके पर मेसरा के रजिस्टार डॉ एपी कृष्णा, बीआइटी देवघर के निदेशक डॉ जे प्रसाद, शिक्षक व छात्र-छात्रएं आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम को शांति-पूर्वक संपन्न कराने में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी सह देवघर प्रखंड कल्याण पदाधिकारी दयानंद दूबे का सराहनीय योगदान रहा.

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