देवघर: 152 वर्ष पुरानी आरमित्र प्लस टू स्कूल का हॉल ब्लॉक का अंतिम कमरा एवं फ्लाई ओवर (हॉल ब्लॉक से वर्ग कक्ष में प्रवेश का सुगम साधन) शुक्रवार की देर रात जमींदोज हो गया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना स्थल पर एक जवान मौजूद था जो बाल-बाल बच गया. स्कूल सूत्रों की माने तो पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी ने हॉल ब्लॉक को खतरनाक बताते हुए अध्यापन कार्य सहित अन्य गतिविधियों पर रोक लगा दिया था. मेले में पुलिस जवानों के आवासन के लिए स्कूल कैंपस में व्यवस्था की गयी थी. लेकिन, डेंजर जोन के भवन में प्रवेश पर रोक नहीं होने के बाद भी अंतत: पुलिस के जवानों ने हॉल में कब्जा जमा कर रहना शुरू कर दिये. भवन का हिस्सा गिरने से पुलिस जवान सहमे हैं. वर्तमान में हॉल ब्लॉक में 40 से 50 पुलिस के जवान रह रहे हैं.
‘हॉल ब्लॉक जजर्र है. हॉल के पीछे के कमरे की दीवार में पहले से दरार था. डेंजर जोन होने की वजह से वहां अध्यापन कार्य आदि भी बंद था. पुलिस के जवान जबरदस्ती हॉल ब्लॉक में प्रवेश कर गये हैं. अगर हादसा होता तो इसके जिम्मेवार खुद जवान होते.
– वीरभद्र पांडेय, प्रधानाध्यापक, आरमित्र प्लस टू स्कूल देवघर.
‘स्कूल भवन काफी पुराना है. कमरा पहले से ही जजर्र था. इस बारे में बिल्डिंग डिवीजन से बात कर जजर्र स्कूल भवन गिराने का अनुरोध करेंगे. वर्तमान में गार्डवाल होने की वजह से हॉल ब्लॉक भवन पर ज्यादा खतरा नहीं है.’
– अखिलेश कुमार चौधरी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, देवघर.