जसीडीह- झाझा स्टेशन के बीच अब यात्री करेंगे सुरक्षित यात्रा
जसीडीह: जसीडीह -झाझा के बीच अब यात्री ट्रेनों में सुरक्षित यात्रा करेंगे. क्योंकि रेल प्रशासन ने करीब आठ वर्षो बाद ट्रेनों में सशस्त्र आरपीएफ स्कॉर्ट कराने का निर्णय लिया है. जबकि रेल प्रशासन के निर्देश पर आसनसोल डिवीजन के आरपीएफ कमांडेट ने आरपीएफ पदाधिकारियों को बीती रात से सशस्त्र आरपीएसएफ एवं आरपीएफ जवानों को ट्रेनों […]
जसीडीह: जसीडीह -झाझा के बीच अब यात्री ट्रेनों में सुरक्षित यात्रा करेंगे. क्योंकि रेल प्रशासन ने करीब आठ वर्षो बाद ट्रेनों में सशस्त्र आरपीएफ स्कॉर्ट कराने का निर्णय लिया है. जबकि रेल प्रशासन के निर्देश पर आसनसोल डिवीजन के आरपीएफ कमांडेट ने आरपीएफ पदाधिकारियों को बीती रात से सशस्त्र आरपीएसएफ एवं आरपीएफ जवानों को ट्रेनों में स्कॉर्ट करने का निर्देश दिया गया है.
इस निर्देश आरपीएफ इंस्पेक्टरों ने आसनसोल, मधुपुर, जसीडीह आदि आरपीएफ पोस्ट के एसआइ एवं एएसआइ को अलग-अलग तिथि निर्धारित कर सशस्त्र जवानों के साथ आसनसोल से झाझा तक ट्रेनों में स्कॉर्ट शुरू करा दिया है. जबकि जसीडीह जीआरपी के पदाधिकारी व बलों को जसीडीह से चितरंजन तक कई ट्रेनों में स्कॉर्ट के लिए लगाया गया है. रेलवे सूत्रों ने बताया कि करीब आठ वर्ष पूर्व जसीडीह और झाझा तक ट्रेनों में सशस्त्र बलों को स्कॉर्ट में लगाया गया था. लेकिन इसी क्रम में हावड़ा-मोकामा पैसेंजर ट्रेन में चल रहे आरपीएफ के सशस्त्र जवानों को नरगंजो स्टेशन के समीप कुछ लोगों ने आंख में मिरची पाउडर छिड़क कर उनसे आर्म्स छीन कर गोली मार दिया गया. इस घटना में तीन जवानों की मृत्यु हो गयी थी. जबकि दो घायल हो गये थे.
इसके बाद 2013 में अपराधियों ने कुंदर हाल्ट के पास धनबाद पटना इंटरसिटी में धावा बोल कई रेल कर्मियों को घायल कर दिया था. इसके बाद से ही रेल प्रशासन ने सशस्त्र आरपीएफ स्कॉर्ट को ट्रेनों में स्कॉर्ट से हटा लिया था. इसके बाद जसीडीह-झाझा के बीच ट्रेनों में यात्र करने वाले यात्री असुरक्षित हो गये थे. इतना ही नहीं कई बार ट्रेनों के दर्जनों यात्री अपराधियों के हाथों लूटे गये तो रेल प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर हुआ और फिर से ट्रेनों में सशस्त्र बलों का स्कॉर्ट शुरू कराया.