अहंकार के कारण रावण का अंत हुआ : कपिल मुनि
फोटो सुभाष के फोल्डर में कपिल के नाम सेकैप्सन : प्रवचन करते कपिल मुनि, कथा सुनते श्रोतासंवाददाता, देवघरआततायी राक्षस राजा रावण को हनुमान ने खबरदार किया था. रावण ने हनुमान की बात नहीं मानी. इस कारण रावण का अंत हुआ. उक्त बातें कपिल मुनि ने कही. मुनि जी विलियम्स टाउन स्थित बीएड कॉलेज परिसर में […]
फोटो सुभाष के फोल्डर में कपिल के नाम सेकैप्सन : प्रवचन करते कपिल मुनि, कथा सुनते श्रोतासंवाददाता, देवघरआततायी राक्षस राजा रावण को हनुमान ने खबरदार किया था. रावण ने हनुमान की बात नहीं मानी. इस कारण रावण का अंत हुआ. उक्त बातें कपिल मुनि ने कही. मुनि जी विलियम्स टाउन स्थित बीएड कॉलेज परिसर में आयोजित संगीतमय राम कथा में प्रवचन दे रहे थे. उन्होंने सोमवार को रावण वध प्रसंग पर बोलते हुए कहा कि हनुमान ने रावण को सचेत करते हुए कहा था कि अगर लंका का अचल राज करने को इच्छुक हैं तो भगवान राम के चरण कमल को हृदय में धारण कर लें. सकल सम्मान के साथ जानकी को वापस करके प्रभु भक्ति करें. रावण को चेतनता नहीं आती है. रणक्षेत्र में भगवान राम उसका वध करते हैं. पत्नी मंदोदरी भी रावण की दुर्दशा पर विलाप करती है. इस दौरान हनुमान द्वारा सिया सुधि लाना, विभीषण शरणागति, राम-सेतु निर्माण, रामेश्वर महादेव की स्थापना, अंगद जी का दूत के रूप में लंका जाना, राम-रावण युद्ध आदि को सरस रूप से प्रस्तुत किया. मौके पर अध्यक्ष आरपीएम पुरी, एसपी सिंह, रीता चौरसिया, बबीता सिंह, ममता सिंह, नीरा मिश्रा, अर्चना सिंह, उमेश प्रसाद सिंह, मोती लाल द्वारी, सुबोध झा, राधाकांत झा, श्रीधर झा, राम उदार सिंह, अंजनि कुमार मिश्र, ओपी मिश्रा, श्याम किशोर सिंह, डा नागेश्वर शर्मा, राजेंद्र प्रसाद, चंद्रमा सिंह, गौरी शंकर राय, योगेंद्र नारायण सिंह, कार्यानंद सिंह, गिरीश प्रसाद सिंह, केके मालवीय, भरत सिंह, ललन राय, जगदीश सिंह, जय नारायण ठाकुर आदि उपस्थित थे.