अल्टीमेटम के बाद भी विद्युत पोल से नहीं हटा केबुल-होर्डिंग
फोटो संख्या ———सुभाष की. कैप्सन : —————- विभाग ने 48 घंटे का दिया था अल्टीमेटम- एक पखवारा बाद नहीं हुआ बिजली पोल अतिक्रमण मुक्त- विभाग भी कार्रवाई के नाम पर साध रखी है चुप्पीसंवाददाता, देवघर देवघर के विभिन्न बिजली पोल का होर्डिंग, बैनर, केबुल आदि से अतिक्रमण कर लिया गया है. बिजली पोल के अतिक्रमण […]
फोटो संख्या ———सुभाष की. कैप्सन : —————- विभाग ने 48 घंटे का दिया था अल्टीमेटम- एक पखवारा बाद नहीं हुआ बिजली पोल अतिक्रमण मुक्त- विभाग भी कार्रवाई के नाम पर साध रखी है चुप्पीसंवाददाता, देवघर देवघर के विभिन्न बिजली पोल का होर्डिंग, बैनर, केबुल आदि से अतिक्रमण कर लिया गया है. बिजली पोल के अतिक्रमण से हर वक्त दुर्घटना की आशंका बनी रहने के साथ-साथ फॉल्ट को दुरुस्त करने में तकनीशियन को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. विभाग ने 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए होर्डिंग, बैनर, केबुल आदि हटाने का फरमान जारी किया था. लेकिन, एक पखवारा बीतने के बाद भी अबतक बिजली पोल से होर्डिंग, बैनर व केबुल नहीं हटाया गया है. न ही विभाग अपने अधिकार का प्रयोग कर बिजली पोल को अतिक्रमण मुक्त करा पा रही है. नतीजा बिजली के पोल पर झूलते होर्डिंग से हर वक्त दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. सर्तकता को नजरअंदाज करने वाले वाहन चालक अथवा राहगीर दुर्घटना के भी शिकार हो रहे हैं. होर्डिंग लगाने व केबुल बिछाने के नाम पर होती है मोटी वसूली कॉरपोरेट अथवा स्थानीय स्तर का होर्डिंग लगाने के नाम पर एजेंसी वाले मोटी रकम वसूल करते हैं. एजेंसी धारक बगैर किसी परमिशन के बिजली पोल पर होर्डिंग लटका देते हैं. यही हाल डिश केबुल वालों की है. डिश केबुल चलाने वाले भी उपभोक्ताओं को सेवा देने के नाम पर नियमित रकम भी वसूलते हैं. बावजूद अपने स्तर से कोई ठोस व्यवस्था नहीं करते हैं.