चाबी संवेदक के पास

मधुपुर: प्रखंड क्षेत्र के भिरखीबाद मोड़ के निकट ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा करोड़ों की लागत से बनाये गये मार्गीय सुविधा भवन की सुधि लेने वाला कोई नहीं है. यात्रियों के ठहरने समेत अन्य सुविधा मुहैया कराये जाने के उद्देश्य से उक्त भवन का निर्माण कराया गया था. निर्माण कार्य के करीब दो वर्ष बीत चुके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2013 7:00 AM

मधुपुर: प्रखंड क्षेत्र के भिरखीबाद मोड़ के निकट ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा करोड़ों की लागत से बनाये गये मार्गीय सुविधा भवन की सुधि लेने वाला कोई नहीं है. यात्रियों के ठहरने समेत अन्य सुविधा मुहैया कराये जाने के उद्देश्य से उक्त भवन का निर्माण कराया गया था. निर्माण कार्य के करीब दो वर्ष बीत चुके हैं, बावजूद भवन में ताला लटका हुआ है.

हजारों की संख्या में प्रतिदिन यात्रियों का आना-जाना भिरखीबाद के रास्ते गिरिडीह, मधुपुर व देवघर की ओर लगा रहता है. मार्गीय सुविधा से वंचित यात्रियों का कहना है कि अगर उक्त भवन संचालित होता तो राहगिरों को काफी फायदा पहुंचता. खासकर श्रवणी मेले में इसका लाभ कांवरियों को मिलता और सरकार के राजस्व में भी वृद्धि होती.

अर्जुन मुंडा ने किया था उदघाटन
ग्रामीण कार्य विभाग देवघर द्वारा निर्मित मार्गीय सुविधा भवन का उदघाटन राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा द्वारा 29 अप्रैल 2011 को किया गया था. तब से लेकर आज तक इस भवन में एक भी यात्रियों का ठहराव या मिलने वाली कोई सुविधा नहीं दी गयी है. मार्गीय भवन में रखे उपस्कर और सामग्री धीरे-धीरे धूल फांक रही है.

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