री-एडमिशन पर दो अभिभावकों की राय

दोनों की फोटो नाम से सुभाष के फोल्डर में है.प्राइवेट स्कूलों द्वारा हर वर्ष पुनर्नामांकन व विकास शुल्क के नाम पर अभिभावकों को बरगलाया जा रहा है. शिक्षा अधिकार कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ रही है. जिले के डीसी समेत अधिकारियों को गंभीर होना चाहिए.-दिनेश चौधरीसभी प्राइवेट स्कूलों में डीसी द्वारा दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 16, 2015 9:05 PM

दोनों की फोटो नाम से सुभाष के फोल्डर में है.प्राइवेट स्कूलों द्वारा हर वर्ष पुनर्नामांकन व विकास शुल्क के नाम पर अभिभावकों को बरगलाया जा रहा है. शिक्षा अधिकार कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ रही है. जिले के डीसी समेत अधिकारियों को गंभीर होना चाहिए.-दिनेश चौधरीसभी प्राइवेट स्कूलों में डीसी द्वारा दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर री-एडमिशन सहित अन्य अवैधानिक शुल्क वसूली पर रोक लगानी चाहिए. सरकारी स्कूलों की तरह प्राइवेट स्कूलों में एक बार नामांकन कराने पर छात्रों को अगले क्लास में प्रमोट किये जाने की व्यवस्था हो.-गोरांग चंद्र मणि

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