केंद्र ने राज्य सरकार से मांगी जमीन

कन्नौज की तर्ज पर संताल में खुलेगा सुगंध व सुरस विकास केंद्र देवघर : संताल परगना के किसान जो सुगंधित पौधों की खेती कर रहे हैं. उन्हें तकनीकी रूप से दक्ष बनाकर उनके उत्पादों को स्थानीय और ग्लोबल मार्केट की तुलना में खड़ा करने के लिए केंद्र सरकार देवघर और गोड्डा में सुगंध व सुरस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2015 9:17 AM
कन्नौज की तर्ज पर संताल में खुलेगा सुगंध व सुरस विकास केंद्र
देवघर : संताल परगना के किसान जो सुगंधित पौधों की खेती कर रहे हैं. उन्हें तकनीकी रूप से दक्ष बनाकर उनके उत्पादों को स्थानीय और ग्लोबल मार्केट की तुलना में खड़ा करने के लिए केंद्र सरकार देवघर और गोड्डा में सुगंध व सुरस विकास केंद्र(फ्लेवर व फ्रेग्रेंस सेंटर) की स्थापना करेगा.
इसके लिए केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रलय ने हरी झंडी दे दी है. मंत्रलय के विशेष सचिव अमरेंद्र सिन्हा ने झारखंड के मुख्य सचिव राजीव गौवा को पत्र लिखकर झारखंड में टेक्नोलॉजी सेंटर की स्थापना की बात कही है. विशेष सचिव ने राज्य सरकार से सुगंध व सुरस विकास केंद्र के लिए देवघर में 10 और गोड्डा में 30 एकड़ जमीन मांगा है.
दो पार्ट में होगा टेक्नोलॉजी सेंटर : झारखंड में जिस टेक्नोलॉजी सेंटर की स्थापना के तहत सुगंध व सुरस विकास केंद्र की स्थापना होगी. यह दो पार्ट में होगा.
देवघर में 10 एकड़ जमीन पर जांच प्रयोगशाला, हॉस्टल और ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना होगी. वहीं गोड्डा में इसका एक्सटेंशन सेंटर बनेगा. यह एक्सटेंशन सेंटर 30 एकड़ जमीन पर स्थापित होगा, जिसमें विभिन्न प्रकार के सुगंधित पौधे, जैसे मिंट, केवरा, लेमन ग्रास आदि की तकनीक आधारित खेती होगी. किसानों को यहां डेमोनेस्ट्रेशन करके दिखाया जायेगा.
विश्व बैंक प्रायोजित होगा यह प्रोजेक्ट
मंत्रलय के विशेष सचिव ने कहा है कि इसके लिए राज्य सरकार के फंड की जरूरत नहीं है. यह विश्व बैंक प्रायोजित प्रोजेक्ट है. जो उत्तर प्रदेश के कनौज स्थित सुगंध व सुरस विकास केंद्र की तर्ज पर विकसित होगा. इससे जहां किसान सुगंधित पौधे आधारित उत्पाद की तकनीक आधारित खेती कर पायेंगे, वहीं इसके लिए विभिन्न प्रकार की आधुनिक प्रशिक्षण पाकर और भी अधिक किसान इस खेती से जुड़ेंगे. इससे उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी.

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