मुंबई घटना के बाद से मनाया जाता है अग्निशमन सेवा दिवस

सुभाष के फोल्डर में फोटो नंबर 1276- 1944 में शहीद हुए थे मुंबई अग्निशमन के 66 कर्मी समेत 231- इसके बाद से ही हर साल भारत में 14 से 20 अप्रैल तक मनाया जाता है अग्निशमन सप्ताहसंवाददाता, देवघरअग्निशमन सप्ताह के दौरान संताल परगना के सहायक प्रमंडलीय अग्निशमन पदाधिकारी रामकृष्ण ठाकुर देवघर फायर स्टेशन पहुंचे. उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2015 10:04 PM

सुभाष के फोल्डर में फोटो नंबर 1276- 1944 में शहीद हुए थे मुंबई अग्निशमन के 66 कर्मी समेत 231- इसके बाद से ही हर साल भारत में 14 से 20 अप्रैल तक मनाया जाता है अग्निशमन सप्ताहसंवाददाता, देवघरअग्निशमन सप्ताह के दौरान संताल परगना के सहायक प्रमंडलीय अग्निशमन पदाधिकारी रामकृष्ण ठाकुर देवघर फायर स्टेशन पहुंचे. उन्होंने प्रभात खबर को बताया कि देश भर में 14 से 20 अप्रैल तक अग्निशमन सेवा सप्ताह मनाया जाता है. 1939-45 के दौरान शक्ति को आगे बढ़ाने के लिए भारत को एक केंद्र के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी क्रम में एसएस स्टाइकेन नामक जहाज कराची से होते हुए मुंबई के विक्टोरिया डॉक के बर्थ नंबर एक पर 12 अप्रैल 1944 को पहुंचा. उक्त मालवाहक जहाज में विस्फोटक के ऊपर रुई की गादें रखी हुई थी. अनलोडिंग के दौरान 13 अप्रैल को दो नंबर तहखाने में आग देखा गया, जिसकी सूचना मुंबई अग्निशमन सेवा को दी गयी थी. आग बुझाने में मुंबई के 66 अग्निशमन कर्मी सहित अन्य आकस्मिक सेवा के 231 कर्मी शहीद हो गये थे. वहीं 476 लोग झुलस गये थे. इसके बाद से भारत में शहादत सप्ताह मनाया जाता है. लोगों को अग्निशमन सप्ताह में आग से बचने की सलाह दी जाती है.

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