वार्डो के सीमांकन व आरक्षण के खिलाफ जायेंगे कोर्ट

देवघर : देवघर नगर निगम के सभा कक्ष में सोमवार को संपूर्ण बोर्ड की 24वीं एवं आखिरी बैठक हुई. देवघर विधायक नारायण दास की मौजूदगी में आयोजित बैठक में वार्डो के सीमांकन, वार्डो का आरक्षण एवं मेयर पद का आरक्षण का पार्षदों द्वारा जम कर विरोध किया गया. मेयर राज नारायण खवाड़े व डिप्टी मेयर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2015 8:48 AM
देवघर : देवघर नगर निगम के सभा कक्ष में सोमवार को संपूर्ण बोर्ड की 24वीं एवं आखिरी बैठक हुई. देवघर विधायक नारायण दास की मौजूदगी में आयोजित बैठक में वार्डो के सीमांकन, वार्डो का आरक्षण एवं मेयर पद का आरक्षण का पार्षदों द्वारा जम कर विरोध किया गया.
मेयर राज नारायण खवाड़े व डिप्टी मेयर संजयानंद झा ने भी वार्ड पार्षदों के विरोध का समर्थन करते हुए न्याय के लिए कोर्ट जाने का निर्णय लिया. पार्षदों ने कहा कि सिर्फ एक वार्ड बढ़ाने के लिए पूरे 35 वार्ड के क्षेत्र से छेड़छाड़ किया गया. पिछड़ी जाति की संख्या सही-सही नहीं बताया गया. बावजूद वार्डो का आरक्षण पूरा कर लिया गया है. यह विभाग की मनमानी है. इसलिए वार्डो के सीमांकन एवं आरक्षण को चुनौती देने के लिए जल्द से जल्द कोर्ट जायेंगे. पूरी उम्मीद हैं कि फैसला हमारे पक्ष में ही होगा.
बोर्ड की आखिरी बैठक में जनप्रतिनिधियों ने पूरी शक्ति का भरपूर प्रदर्शन किया. बैठक में सम्मिलित होने के लिए कई जनप्रतिनिधि चमचमाती व महंगी गाड़ियों से निजी सुरक्षा गार्डो के साथ पहुंचे थे. सभाकक्ष में जिस प्रकार से जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी थी. उसी तरीके से नगर निगम कैंपस में जनप्रतिनिधियों के समर्थन में पहुंचे शक्तियों की भीड़ दिख रही थी.
विधायक की हां भी, ना भी
सूबे में भाजपा की सरकार है. बावजूद देवघर नगर निगम की संपूर्ण बोर्ड की बैठक में भाजपा विधायक नारायण दास की उपस्थिति में मेयर/पार्षदों ने वार्डो का सीमांकन एवं आरक्षण का विरोध किया गया. इस विरोध पर विधायक कभी हां, कभी ना भी पर ही अटके पड़े हैं.
प्रभात खबर के सवाल पर पहले तो विधायक नारायण दास झेपते रहे. लेकिन, जब जनता का सवाल होने की बात कही तो यू टर्न ले लिया. कहा कि सरकारी नियम-कानून के तहत अगर वार्डो का आरक्षण एवं परिसीमन हुआ है तो कोई गलत नहीं है. अगर इसमें पदाधिकारियों व कर्मियों ने गलती की है, तो गलत है.

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