डॉ एके चटर्जी के निधन पर बंगाली समिति के लोगों की प्रतिक्रि या

फोटो सिटी में (बंगाली समाज) नाम से सेवदेवघर. झारखंड आइएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ अशोक कुमार चटर्जी झारखंड बंगाली समिति देवघर शाखा के अध्यक्ष के साथ-साथ राजनारायण बोस बांग्ला लाइब्रेरी के भी अध्यक्ष थे. उनके निधन से बंगाली समाज को बड़ा धक्का लगा है. बंगाली समाज व समिति के लोगों ने अपनी गहरी संवेदना जाहिर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 25, 2015 11:05 PM

फोटो सिटी में (बंगाली समाज) नाम से सेवदेवघर. झारखंड आइएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ अशोक कुमार चटर्जी झारखंड बंगाली समिति देवघर शाखा के अध्यक्ष के साथ-साथ राजनारायण बोस बांग्ला लाइब्रेरी के भी अध्यक्ष थे. उनके निधन से बंगाली समाज को बड़ा धक्का लगा है. बंगाली समाज व समिति के लोगों ने अपनी गहरी संवेदना जाहिर की है. प्रस्तुत है उनके विचार के अंश :- ……………………………………………..बंगाली समाज के धरोहर थे डॉ चटर्जी : सरकार डॉ अशोक चटर्जी देवघर बंगाली समाज के धरोहर थे. देवघर में बंगाली समाज की हर गतिविधि में उनकी छाप दिखती थी. यही वजह है कि वे झारखंड बंगाली समिति के देवघर शाखा के अध्यक्ष, आरएन बोस लाइब्रेरी के अध्यक्ष, दीनबंधु मीडिल व हाइस्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रहने के कारण समाज के हर कार्यक्रम में शिरकत करते थे. – कमल सरकार, सचिव, झा. बंगाली समिति, देवघर शाखा. …………………………………………………………बंगाली समाज ने अपना स्तंभ खो दिया : मुखर्जी डॉ एके चटर्जी बंगाली समाज के महत्वपूर्ण व्यक्ति थे. उनके असामयिक निधन से बंगाली समाज ने अपना स्तंभ खो दिया है. इसकी भरपाई नहीं हो सकती. समाज के हर तरह की गतिविधि में उनकी हिस्सेदारी रहती थी. ऐसे में उनके निधन से समाज में एक खालीपन आ गया है. -डॉ ओमियो मुखर्जी, झा.बंगाली समिति…………………………………………

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