व्यवहार न्यायालय के अशुलिपिक के खाते से 24,985 रुपये की अवैध निकासी

बैंक अधिकारी बन कर आरोपित ने ले लिया एटीएम नंबर व पिनअज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर पड़ताल में जुटी पुलिससंवाददाता, देवघरव्यवहार न्यायालय के आशुलिपिक नीरज कुमार सिन्हा को मोबाइल पर अज्ञात ने बैंक अधिकारी बन कर कॉल किया और झांसे से एटीएम नंबर-पिन की जानकारी ले ली. इसके बाद आरोपित ने उनके बैंक खाते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2015 9:05 PM

बैंक अधिकारी बन कर आरोपित ने ले लिया एटीएम नंबर व पिनअज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर पड़ताल में जुटी पुलिससंवाददाता, देवघरव्यवहार न्यायालय के आशुलिपिक नीरज कुमार सिन्हा को मोबाइल पर अज्ञात ने बैंक अधिकारी बन कर कॉल किया और झांसे से एटीएम नंबर-पिन की जानकारी ले ली. इसके बाद आरोपित ने उनके बैंक खाते से 24985 रुपये की अवैध निकासी कर ली. खाते से उक्त राशि निकासी करने का मैसेज मोबाइल पर मिलते ही नीरज के होश उड़ गये. तुरंत वे बैंक की शाखा में पहुंचे व अधिकारियों को मामले की जानकारी दी. इसके बाद नगर थाने में आकर लिखित शिकायत दी. इस संबंध में नगर थाना कांड संख्या 276/15 भादवि की धारा 419, 420, 406, 120 बी के तहत प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने पड़ताल आरंभ कर दी है. मामले में कॉल करने वाले मोबाइल धारक को आरोपित बनाया गया है. जिक्र है कि उनके नंबर पर मोबाइल नंबर 8294838685 से अज्ञात व्यक्ति ने कॉल किया. कॉल करने वाले ने अपने को बैंक ऑफ इंडिया ट्रांसपोर्ट नगर शाखा का प्रबंधक बता कर एटीएम नंबर व पिन की जानकारी ले ली. इसके कुछ देर बाद ही खाते से 24985 रुपये की निकासी का एसएमएस मिला. इस संबंध में पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है. पुलिस के अनुसार पढ़े-लिखे व्यक्ति खुद लोभ में फंस कर एटीएम नंबर व पिन की जानकारी दे रहे हैं. लोगों से अपील करते हुए कहा कि एटीएम नंबर व पिन किसी अनजान व्यक्ति को नहीं बतायें. अगर कोई अनजान व्यक्ति फोन पर ऐसी जानकारी मांगे तो थाने व बैंक को जानकारी दें.

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