गर्भवती महिलाओं को मिलेगी सुविधा

देवघर: एनआरएचएम के तहत चल रहे जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम एवं जननी सुरक्षा योजना की स्थिति को बेहतर करने के लिए सीएस डॉ अशोक कुमार के नेतृत्व में बैठक हुई. इसमें सदर अस्पताल की व्यवस्था में सुधार एवं चल रहे एनआरएचएम योजनों को पूरा करने पर विचार-विमर्श किया गया. इस दौरान निर्णय लिया गया कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 5, 2013 8:26 AM

देवघर: एनआरएचएम के तहत चल रहे जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम एवं जननी सुरक्षा योजना की स्थिति को बेहतर करने के लिए सीएस डॉ अशोक कुमार के नेतृत्व में बैठक हुई. इसमें सदर अस्पताल की व्यवस्था में सुधार एवं चल रहे एनआरएचएम योजनों को पूरा करने पर विचार-विमर्श किया गया. इस दौरान निर्णय लिया गया कि जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत प्रसूति को मिलने वाली हर सुविधा मुहैया कराया जायेगा. अस्पताल में सीजेरियन प्रसूति को सात दिन एवं नार्मल डिलिवरी तीन रहना होगा.

इस दौरान उन्हें भोजन, दवा, जांच, ब्लड एवं आने व जाने के लिए ममता वाहन मुफ्त उपलब्ध कराया जायेगा. अभी भी कई दवाएं खरीद कर मरीजों को लाना पड़ रहा है. दवा खरीदना ना पड़े व्यवस्था की जायेगी. साथ ही लेबर वार्ड में बेडों की संख्या कम है. उसे बढ़ाया जायेगा. डीएस ने कहा कि पुरुष वार्ड को आइ वार्ड में शिफ्ट कर दिया जायेगा और वहां पर लेबर वार्ड के मरीजों को रखने की व्यवस्था की जायेगी. मौके पर डॉ रंजन सिन्हा, डॉ अरुण कुमार एवं अस्पताल मैनेजर एवं एनआरएचएम कर्मी उपस्थित थे.

नहीं मिलता इंसेंटिव
प्रत्येक सीजेरियन करने पर डॉक्टरों को इंसेंटिव दिया जाता है. लेकिन एक साल से सीजेरियन करने वाले डॉक्टर को इंसेंटिव नहीं दिया गया है. इनसेंटिव के तहत डॉक्टर को 475 रुपया, बेहोशी डॉक्टर को 125 रुपया एवं सपोर्टिग स्टॉफ को 400 रुपया दिये जाने का प्रावधान है. इसके लिए फंड भी उपलब्ध है. बैठक में कहा गया कि डॉक्टरों के रुके इंसेंटिव का भुगतान कर दिया जायेगा. वहीं 24 घंटे पैथोलॉजी खोले रहने पर भी विचार किया गया है.

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