रिमांड होम में होली खेलने के मामले की जांच शुरु
देवघर: आखिरकार एसडीओ जय ज्योति सामंता ने शुक्रवार को रिमांड होम के होली 2013 के हुड़दंग मामले में जांच शुरू कर दी है. मामले की जांच तीन सदस्यीय टीम कर रही है. जांच की प्रक्रिया शुक्रवार की दोपहर 12 बजे के आसपास शुरू हुई. सभी पदाधिकारियों ने मामले से जुड़ी सीडी में रिकार्ड किये गये […]
देवघर: आखिरकार एसडीओ जय ज्योति सामंता ने शुक्रवार को रिमांड होम के होली 2013 के हुड़दंग मामले में जांच शुरू कर दी है. मामले की जांच तीन सदस्यीय टीम कर रही है. जांच की प्रक्रिया शुक्रवार की दोपहर 12 बजे के आसपास शुरू हुई. सभी पदाधिकारियों ने मामले से जुड़ी सीडी में रिकार्ड किये गये कवरेज को बारी-बारी से देखा और उसमें शामिल लोगों को पहचानने की कोशिश की गयी. इस दौरान दो-तीन लोगों की पहचान भी की गयी, जिन्हें जल्द पूछताछ के लिए बुलाये जाने की बात कही. ज्ञात हो कि रिमांड होम पूर्णत: प्रतिबंधित जोन है. आम लोगों के लिए इस परिसर में प्रवेश निषेध है. इसलिए उक्त परिसर में प्रवेश के लिए कोर्ट का आदेश जरुरी है.
अगर आदेश से जा भी सकते हैं तो सिर्फ कैंपस तक. वहां तक नहीं, जहां बच्चियां निवास करती हैं. टीम का नेतृत्व एसडीओ कर रहे हैं, जबकि टीम के दूसरे सदस्य के रूप में रिमांड होम प्रभारी प्रेमलता मुमरू व नगर महिला थाना प्रभारी प्रफु ल्लित कुजुर शामिल हैं. जांच के दौरान महिला थाना की सअनि माधुरी मिश्र सहित अनुमंडल कार्यालय कर्मी उपस्थित थे.
क्या था मामला
होली के त्योहार के दिन डीडब्ल्यूओ अशोक प्रसाद व डीपीआरओ जवाहर कुमार होली खेलने रिमांड होम गये थे. उन दोनों ने वहां न सिर्फ बच्चियों से गुलाल लगवाये. बल्कि परिसर के अंदर हो रहे नाच-गान में भी शामिल हुए थे. एक स्थानीय चैनल से इस कार्यक्रम की वीडियोग्राफी भी करायी थी. फिल्मी गाने व होली गीत पर बच्चियों को डांस करते दिखाया गया था. यह मामला तब खुला जब यौन शोषण मामले की जांच के क्रम में तत्कालीन एसपी सुबोध प्रसाद रिमांड होम पहुंचे थे. आपत्ति होने पर एसपी ने स्थानीय चैनल वाले से वीडियोग्राफी की सीडी भी जब्त करायी थी. होली के वक्त डीडब्ल्यूओ अशोक प्रसाद रिमांड होम के प्रभारी थे. एसपी श्री प्रसाद ने रिमांड होम के इंट्री रजिस्टर की जांच करने के बाद जब्त कराया था. बाद में यौन शोषण कांड में फंसने के बाद दोनों पदाधिकारी निलंबित भी हुए.