मधुपुर/मारगोमुंडा: शुक्रवार को मारगोमंडा प्रखंड कार्यालय परिसर में डीडीसी शशि रंजन प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में आयोजित मनरेगा की समीक्षात्मक बैठक में जमकर बवाल हुआ व कुर्सियां चली. बैठक के दौरान धक्का-मुक्की व गाली-गलौज हुआ. हंगामा को बढ़ता देख डीडीसी आयुक्त अपने अंगरक्षक के साथ बीच बैठक से निकल कर देवघर लौट गये.
बताया जाता है कि बैठक के बीच में पंचायत समिति के सदस्य मनरेगा की आधी योजनाओं में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कराने की बात कह रहे थे, इसी को लेकर विवाद बढ़ गया और गाली गलौज होने लगा. हंगामे से पूरे बैठक में अफरा-तफरी की स्थिति हो गयी. बैठक में शामिल लोगों ने कुर्सियां इधर-उधर फेंक दी. मामला बढ़ता देख डीडीसी सीधे चलते बने.
डीडीसी के खिलाफ थाने में शिकायत
इस मामले में डीडीसी के खिलाफ प्रखंड प्रमुख शहनाज प्रवीण व अन्य प्रतिनिधियों ने मारगोमंडा थाने में आवेदन दिया है. आवेदन के अनुसार प्रमुख समेत अन्य सदस्यों के साथ बिना किसी कारण के डीडीसी उग्र होकर अभद्र व्यवहार व गाली-गलौज करने लगे. डीडीसी के अंगरक्षक संजय शर्मा द्वारा खुले आम पंचायत प्रतिनिधियों धमकी दिया गया. आवेदन में पंचायत प्रतिनिधियों के मान-सम्मान को बचाने के लिए डीडीसी व अंगरक्षक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की गयी है, यह कार्रवाई नहीं हाने पर पूरे प्रखंड कार्यालय को बंद करने चेतावनी दी गयी है.
कर्मियों ने लगाया पैसे मांगने का आरोप
प्रखंड कार्यालय के कर्मियों ने भी डीडीसी के खिलाफ थाना प्रभारी को आवेदन दिया है. आवेदन के अनुसार बैठक में पूछताछ के दौरान डीडीसी उग्र होकर कर्मचारियों को गाली-गलौज करते हुए अभद्र व्यवहार किया. कर्मियों ने आवेदन में डीडीसी पर योजना व आवासन के एवज में पैसे मांगने का आरोप भी लगाया, पैसा नहीं देने पर प्रपत्र ‘क’ गठित कर कार्य मुक्त करने की धमकी दिया गया. कर्मियों के अनुसार डीडीसी व अंगरक्षक संजय शर्मा द्वारा धक्का-मुक्की भी उन लोगों के साथ किया गया. आवेदन में कमल किशोर तिवारी, अनुप कुमार, दिवाकर दे समेत अन्य कर्मियों के हस्ताक्षर है.