दुर्घटना में मृतक के परिजनों को 10-10 लाख मुआवजा दे सरकार
देवघर: झारखंड विकास मोरचा के प्रधान महासचिव प्रदीप यादव ने देवघर में प्रेस कांफ्रेंस कर झारखंड सरकार को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार की प्राथमिकता में राज्य और राज्य की जनता नहीं है. अपराधी, नक्सली और सरकार के मंत्रियों से लोग भयभीत हैं. जनसेवक और अधिकारी भी त्रहिमाम हैं. इसका ताजा […]
देवघर: झारखंड विकास मोरचा के प्रधान महासचिव प्रदीप यादव ने देवघर में प्रेस कांफ्रेंस कर झारखंड सरकार को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार की प्राथमिकता में राज्य और राज्य की जनता नहीं है. अपराधी, नक्सली और सरकार के मंत्रियों से लोग भयभीत हैं. जनसेवक और अधिकारी भी त्रहिमाम हैं.
इसका ताजा उदाहरण है कि गुमला में डॉक्टर की हत्या हो गयी, जबकि सरकार और प्रशासन को सारी जानकारी थी. वे गुरुवार को साहिबगंज जाकर डॉक्टर के परिजनों से मिलकर पूरी जानकारी लेंगे और वहीं से पार्टी आंदोलन का शंखनाद करेगी. क्योंकि अब झाविमो चुप नहीं बैठने वाली है.
दुर्घटना में मारे गये लोगों के प्रति सरकार संवेदनशील नहीं
श्री यादव ने कहा कि देवघर में सड़क दुर्घटना में पिछले दिनों 12 लोगों की मौत हो गयी. अभी भी नव दंपति सहित एक अन्य जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. इलाज के लिये परिजनों के पास पैसे नहीं है. लेकिन सरकार गंभीर नहीं है. उन्होंने मुख्य सचिव, सीएम के सचिव, देवघर डीसी से बात की है और उनके इलाज का खर्च उठाने की मांग की है. साथ ही सरकार से मांग की है कि मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा दें और बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था करें.
कॉरपोरेट घरानों का रास्ता साफ कर रहे हैं सीएम
उन्होंने वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम बनने के वक्त उन्होंने जो जनता से वादा किया था, उसे भूल गये हैं. जनता त्रहिमाम कर रही है. पेयजल संकट से जनता परेशान हैं, चापानल खराब है, बिजली नहीं है, राजधानी रांची में भी 24 में 20 घंटे बिजली नहीं रहती. जनता भयभीत है. और वर्तमान सरकार प्रधानमंत्री के चहेते उद्योगपतियों के लिए झारखंड में रास्ता साफ करने का काम कर रही है. इसका उदाहरण है कि पीटीपीएस की 40 हजार करोड़ की संपत्ति एनटीपीसी को दे दिया गया. खेल गांव को भारत सरकार को सौंपने की तैयारी चल रही है तो राज्य सरकार आखिर क्या करेगी. सारे काम दिल्ली के इशारे पर हो रहे हैं. श्री यादव ने सीपीआइ नेता उपेंद्र चौरसिया के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया. उन्होंने भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ झारखंड बंद में संताल की जनता के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान नागेश्वर सिंह, दिलीप सिंह, विनोद वर्मा सहित कई झाविमो नेता मौजूद थे.