भीषण गरमी में शहरवासियों की बढ़ रही परेशानी
देवघर: चिलचिलाती धूप, ऊमस भरी गरमी एवं घंटों बिजली की किल्लत ने देवघर के लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी है. बुधवार की सुबह 9.30 बजे से सुबह 10.40 बजे एवं दोपहर 12 से तीन बजे तक बगैर किसी सूचना के डाबरग्राम एवं देवघर कॉलेज सब स्टेशन से बिजली की आपूर्ति ठप रही. उपभोक्ताओं ने […]
देवघर: चिलचिलाती धूप, ऊमस भरी गरमी एवं घंटों बिजली की किल्लत ने देवघर के लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी है. बुधवार की सुबह 9.30 बजे से सुबह 10.40 बजे एवं दोपहर 12 से तीन बजे तक बगैर किसी सूचना के डाबरग्राम एवं देवघर कॉलेज सब स्टेशन से बिजली की आपूर्ति ठप रही. उपभोक्ताओं ने बिजली गुल होने की जानकारी हासिल करना चाहा.
लेकिन, कोई जानकारी नहीं दी जा रही थी. घंटों बिजली गुल का प्रतिकूल असर लोगों की दिनचर्या के साथ-साथ बाजार, उद्योग धंधे पर भी पड़ा. विभाग के इस रवैये पर विद्युत उपभोक्ताओं ने काफी नाराजगी व्यक्त किया. विलियम्स टाउन के सुबोध कुमार, बरमसिया के धीरेंद्र कुमार, हनुमान टिकरी के राघवेंद्र कुमार, कास्टर टाउन के अनिल कुमार, न्बेलाबगान के प्रकाश कुमार आदि ने कहा कि विभाग नियमित बिजली की आपूर्ति नहीं करता है. ऊपर से बगैर किसी सूचना के घंटों बिजली गुल कर मेंटनेंस करती है. उपभोक्ताओं की शिकायत पर विभाग गंभीरता नहीं दिखाता है.
आवश्यकता 85 मेगावाट, आपूर्ति 45 से 50 मेगावाट : देवघर में पीक आवर में बिजली की कुल आवश्यकता 85 से 90 मेगावाट है. लेकिन, प्रतिदिन औसतन 45 से 50 मेगावाट ही बिजली की आपूर्ति होती है. मांग के एवज में आधी बिजली की आपूर्ति होने से लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. ऊपर से बगैर किसी सूचना के सड डाउन लिये जाने से मुश्किलें कम नहीं हो रही है. बिजली की कटौती का सीधा असर होटल व्यवसाय पर पड़ रहा है. होटल मालिकों को प्रतिदिन औसतन 8 से 10 घंटे तक जेनेरेटर पर आश्रित रहना पड़ता है.
‘भारती होटल के समीप केबुल गल गया था. इस वजह से मेंटनेंस का काम चल रहा था. संबंधित पदाधिकारी द्वारा मेंटनेंस की सूचना पूर्व में नहीं दी गयी. इस वजह से उपभोक्ताओं को परेशानी हुई.’
– रामजन्म यादव, कार्यपालक अभियंता
आपूर्ति प्रमंडल देवघर.