12 संदिग्धों की डीएनए जांच कराने की तैयारी

देवघर: डबल मर्डर मिस्ट्री की जांच में फिर पटना सीबीआइ की टीम कई दिनों से देवघर में कैंप कर रही है. इस दौरान विभिन्न पहलुओं पर टीम के अधिकारियों द्वारा जांच-पड़ताल की जा चुकी है. वहीं कई संदिग्धों से अलग-अलग पूछताछ भी की गयी थी. सीबीआइ टीम पूरी गतिविधियों को गोपनीय रख रही है. मीडिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2015 8:47 AM
देवघर: डबल मर्डर मिस्ट्री की जांच में फिर पटना सीबीआइ की टीम कई दिनों से देवघर में कैंप कर रही है. इस दौरान विभिन्न पहलुओं पर टीम के अधिकारियों द्वारा जांच-पड़ताल की जा चुकी है. वहीं कई संदिग्धों से अलग-अलग पूछताछ भी की गयी थी. सीबीआइ टीम पूरी गतिविधियों को गोपनीय रख रही है. मीडिया को भी कुछ बताने से परहेज किया जा रहा है. सूत्रों की मानें तो मामले में फिर सीबीआइ द्वारा 12 संदिग्धों की डीएनए प्रोफाइलिंग कराये जाने की तैयारी है. इसके लिये सीबीआइ क्राइम ब्रांच पटना के एसपी कार्यालय के पत्रंक 1036 के तहत देवघर सिविल सजर्न को पत्र दिया गया है. सीएस ने इसे गंभीरता से लेते हुए अपने कार्यालय के पत्रंक 1930 के तहत पत्र जारी कर सदर अस्पताल के डीएस को निर्देशित किया है.
सीएस के निर्देश पर मेडिकल बोर्ड गठित : सीबीआइ क्राइम ब्रांच पटना के एसपी व सिविल सजर्न देवघर से प्राप्त पत्र के आलोक में सदर अस्पताल देवघर के उपाधीक्षक ने अपने कार्यालय के पत्रंक 418 दिनांक 11.05.15 के तहत त्रिसदस्यीय डॉक्टरों की मेडिकल बोर्ड गठित किया है.
उक्त बोर्ड में डॉ प्रभात रंजन सहित डॉ दिवाकर पासवान व डॉ मनीष कुमार लाल शामिल हैं. 18 मई को 11 बजे से है बोर्ड : पत्र में जिक्र है कि 18 मई की सुबह 11 बजे से बोर्ड द्वारा 12 संदिग्धों की डीएनए प्रोफाइलिंग जांच कर प्रतिवेदन डीएस को प्रस्तुत किया जायेगा ताकि ससमय उसे जांच के लिये विधि-विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जा सके.
किन संदिग्धों को होना है प्रोफाइलिंग : पत्र के मुताबिक जिन संदिग्धों की डीएनए प्रोफाइलिंग किया जाना है, उस सूची में योगेश कुमार सिंह, मैय्हून कुमार महतो, मास्टर कुंदन कुणाल, अभिषेक गौतम उर्फ गौतम कुमार राय, पर्सन बास्की, पवन कुमार, सोनू कुमार सिंह, सुधीर कुमार, भूषण चंद्र महतो, प्रेम रंजन, आनंद किस्कू उर्फ सोनू किस्कू व कंचन कुमार राय के नाम शामिल हैं.
क्या है मामला
डाबरग्राम पुलिस लाइन के पीछे तालाब से समीप की रहने वाली दो सहेलियों की लाश मई 2013 में बरामद हुई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों की रेप व हत्या की पुष्टि हुई थी. मामले को लेकर कई दिनों तक आंदोलन हुआ था. संसद तक आवाज पहुंची थी. मामले में उस वक्त राज्यपाल के दो सलाहकार समेत पूरे राज्य की पुलिस महकमे के कई वरीय अधिकारी पहुंचे थे. दो एडीजीपी सहित सीआइडी व पुलिस के कई वरीय अधिकारियों ने देवघर में कैंप किया था. बाद में केस सीआइडी को ट्रांसफर हुआ. वहीं एक साल से सीबीआइ जांच कर रही है. बावजूद अब तक नतीजा कुछ नहीं निकला है.

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